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भाजपा सांसद से मारपीट मामले में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी व मोना मिश्रा पर मामला दर्ज

भाजपा सांसद से मारपीट मामले में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी व मोना मिश्रा पर मामला दर्ज

Updated on: 25 Sep 2021, 11:40 PM

प्रतापगढ़:

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में शनिवार को स्थानीय सांसद संगम लाल गुप्ता और कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी विधायक मोना मिश्रा के समर्थकों की आपस में झड़प हो गई। इस दौरान कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने सांसद संगमलाल पर हमला कर दिया। पुलिस उन्हें किसी तरह बचाते हुए कार्यक्रम स्थल से लेकर दूर चली गई। पुलिस ने इस मामले में 77 लोगों पर एफआईआर दर्ज की हैं।

एफआईआर में 27 लोग नामजद हैं। इसमें कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी और उनकी बेटी आराधना मिश्रा के नाम भी शामिल है। बाकी 50 लोग अज्ञात हैं।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहित मिश्रा ने बताया कि प्रतापगढ़ के सांगीपुर में एक कार्यक्रम में सांसद संगमलाल गुप्ता और कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी और विधायक मोना मिश्रा के समर्थकों के बीच आपस में कुछ झड़प हो गई। हल्की-फुल्की मारपीट भी हुई है। मामले में 77 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें 27 नामजद हैं।

स्थानीय लोगों को अनुसार, प्रतापगढ़ के सांगीपुर ब्लॉक में शनिवार को गरीब कल्याण मेले का आयोजन किया गया था। इसी कार्यक्रम के दौरान भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जमकर मारपीट हुई। आरोप है कि कांग्रेसियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इसके बाद भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता की कई गाड़ियों को पथराव और लाठी-डंडे से क्षतिग्रस्त कर दिया। इससे मौके पर हड़कंप मच रहा। कार्यक्रम में आए लोगों ने किसी तरह से भागकर जान बचाई। घटना को लेकर घंटों अफरा-तफरी मची रही।

कार्यक्रम में पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी और उनकी बेटी और कांग्रेस की विधायक आराधना मिश्रा मोना मौजूद थीं। इसी बीच भाजपा के सांसद संगम लाल गुप्ता भी अपनी कई गाड़ियों के काफिले के साथ मौके पर पहुंच गए। इसके बाद दोनों नेताओं के समर्थक एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। देखते ही देखते स्थिति बेकाबू होने लगी और दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता एक दूसरे से उलझ गए। कुछ ही देर में जमकर मारपीट शुरू हो गई। कांग्रेसियों की संख्या अधिक होने के कारण भाजपाइयों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया।

सांसद संगम लाल गुप्ता ने बताया, सांगीपुर ब्लॉक पर आयोजित गरीब कल्याण मेले में जैसे ही पहुंचा तो वहां पहले से ही योजनाबद्ध तरीके से 50-60 लोग हाथ में ईंट-पत्थर लेकर जुटे थे। मानों वह हमारा इंतजार ही कर रहे थे। इस दौरान जब इंस्पेक्टर सांगीपुर ने उनको हटाने का प्रयास किया तो वह कोतवाल सांगीपुर को जमीन पर पटक कर मारने लगे। जब मैंने इसका विरोध किया तो हमलावरों ने मेरे ऊपर धावा बोल दिया। सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह हमलावरों के चंगुल से छुड़ाकर मुझे बाहर निकाला। मुझे भी काफी चोट लगी है और कपड़े फट गए हैं। हमारी कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। हमारे समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने इस घटना के लिए भाजपा नेताओं व उनके समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि मंच पर कुछ नहीं हुआ। बाहर आकर भाजपा समर्थकों ने रिवाल्वर निकाल ली। गंदी गाली दी। इसके बाद लोग उत्तेजित हो गए। इन लोगों के बीच आपस में क्या हुआ हम नहीं जानते हम लोग हाल के अंदर थे। सांसद जी पूरे कपड़े पहन कर गाड़ी बैठे थे। बाद क्या हुआ, पता नहीं। यह झगड़ा कांग्रेसियों और भाजपइयों का नहीं है। यह पुराने भाजपा के कार्यकर्ता, जिन्होंने मेहनत की और अभी जो नए आए उनके बीच का है।

इस मामले में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने चुटकी ली और कहा कि भाजपा सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका खामियाजा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है। ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है। उप्र भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था फरार है। जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता।

उधर, उपमुख्यमंत्री केषव मौर्या ने कहा कि जनपद प्रतापगढ़ के सांगीपुर ब्लॉक में आयोजित गरीब कल्याण मेले में भाजपा सांसद एवं भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव संगमलाल गुप्ता जी पर हमला करने वाले गुंडों के खलिाफ कठोर कारवाई जल्द से जल्द किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। एक भी दोषी को बक्शा नहीं जाएगा। 26 सितंबर को वह सांसद से स्वयं मिलने प्रतापगढ़ जाएंगे और उनका हाल चाल लेंगे। इस घटना की पूरी जानकारी भी लेंगे।

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