logo-image

शिवसेना सांसद अरविंद सावंत पर लगे गंभीर आरोप, MP नवनीत राणा ने लगाया धमकी का आरोप

शिवसेना सांसद अरविंद सावंत पर लगे गंभीर आरोप, MP नवनीत राणा ने लगाया धमकी का आरोप

Updated on: 22 Mar 2021, 10:21 PM

highlights

  • MP नवनीत राणा ने शिवसेना सांसद अरविंद सावंत पर लगाए धमकी देने का आरोप
  • ठाकरे सरकार पर जमकर बरसीं निर्दलीय सांसद नवनीत राणा, लगाए बेहद गंभीर आरोप
  • सांसद नवनीत राणा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया 

नई दिल्ली :

सांसद नवनीत राणा (MP Navneet Rana) ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया कि शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने उन्हें संसद की लॉबी में जेल में डालने और देख लेने की धमकी दी. नवनीत राणा ने पुलिस कार्रवाई की मांग की है. नवनीत राणा (MP Navneet Rana) ने दावा किया कि संसद में सचिन वाजे का मुद्दा उठाए जाने के बाद शिवसेना सांसद ने उनसे कहा, तू महाराष्ट्र में कैसे घूमती है मैं देखता हूं और तेरे को भी जेल में डालेंगे. बता दें कि महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद हैं.

यह भी पढ़ें : महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के भाजपा के वरिष्ठ नेता से पारिवारिक संबंध

नवनीत कौर राणा ने कहा, "जिस तरह से लोकसभा के और सदस्य महाराष्ट्र में खंडनी वसूली के बारे में बता रहे हैं, मैं आपको बताना चाहूंगी कि जो व्यक्ति 16 साल सस्पेंड रहा, जो व्यक्ति 60 दिन पुलिस स्टेशन में रहा, जेल में रहा, जब बीजेपी की सरकार थी, जब उद्धव साब ने खुद माननीय देवेंद्र फडणवीस साहब को फोन किया कि इस व्यक्ति को सचिन वाजे को रिज्वॉइन कराना चाहिए, तब उन्होंने वाजे की पूरी हिस्ट्री देखते हुए स्पष्ट रूप से नकार दिया.

जिस दिन उद्धव ठाकरे की सरकार आई, उसी वक्त उन्होंने परमबीर सिंह को फोन करके पहला काम कराया कि सचिन वाजे को ज्वॉइन कराइए." वो यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने आगे कहा, "मुझे बताइए कि आप सचिन वाजे के कारण परमबीर सिंह की बदली करवाते हैं. मुझे आपसे एक विनती करना है, राज्य के गृह मंत्री का नाम आ रहा है. अगर इस तरह से देश में खंडनी वसूली का चक्कर शुरू हुआ तो पूरे देश में ये चीजों को फॉलो किया जाएगा.

अरविंद सावंत ने दी सफाई, देखें वीडियो

जिस तरह से बाकी लोगों के आरोप लगे, हमारे महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री जी के बोलने के कारण ही ये सब प्रकरण चल रहा है बाकी कोई इसमें इनवोल्व नहीं है. किसके ट्रांसफर कहां से करने हैं, किससे खंडनी वसूल करनी है. अगर सिर्फ मुंबई से 100 करोड़ वसूली होती होगी तो पूरे महाराष्ट्र से..."