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मप्र में बाढ़ का प्रकोप, अब भी मुश्किल में हजारों लोग

मप्र में बाढ़ का प्रकोप, अब भी मुश्किल में हजारों लोग

Updated on: 05 Aug 2021, 03:25 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश में बारिश कहर बनकर बरसी है। हजारों लोगों की जिंदगियां मुश्किल में हैं, तो वहीं कई लोग अपनी मौत तक को करीब से देख रहे हैं। राहत और बचाव कार्य में सेना की मदद ली जा रही है, हेलीकॉप्टर लोगों को सुरक्षित निकालने में लगे हुए हैं, इतना ही नहीं निर्माण कार्यों में हुई गड़बड़ी भी बारिश और बाढ़ ने सामने लाने का काम कर दिया है।

राज्य के ग्वालियर चंबल इलाके में नदियां रौद्र रुप लिए हैं, यहां के शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, ग्वालियर, गुना, भिंड और मुरैना जिलों में बारिश ने अपना कहर दिखाया है। यहां के कुल 1225 ग्राम प्रभावित हुए हैं। अब तक लगभग साढ़े नौ हजार लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, मगर अब भी बड़ी संख्या में लोग अपने गांव और घरों में फंसे हुए हैं। प्रभावितों को निकालने में एसडीईआरएफ, एनडीईआरएफ, आर्मी तथा बीएसएफ की टीमें लगी हुई हैं। हेलीकॉप्टर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं।

बाढ़ के कारण बड़ी संख्या में लोग अब भी फंसे हुए हैं और उन्हें अपनी जान मुश्किल में नजर आ रही है। इसी तरह मुसीबत में घिरी एक युवती का सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वह अपने को भिंड जिले का निवासी बता रही है और कह रही है कि उसका गांव टापू मंे बदल गया है और तीन सौ लोग बीते 42 घंटों से फंसे हैं।

बाढ़ की स्थिति पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार नजर रखे हुए हैं। बुधवार की देर रात तक उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की और हालात को जाना। गुरुवार के सुबह से वे प्रभावित क्षेत्र के अधिकारियों के संपर्क में है।

मुख्यमंत्री चौहान ने बताया है कि आज प्रात: प्रदेश के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के जिला प्रशासन, चंबल ग्वालियर रेंज के आईजी और कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर रेस्क्यू ऑपरेशन एवं बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली। शिवपुरी के करेरा काली पहाड़ी और भिंड में तीन स्थानों पर एयर ऑपेरशन चल रहा है। शिवपुरी की काली पहाड़ी से देर रात 57 लोगों को रेस्क्यू किया गया है तथा 35 लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। टीला, शिवपुरी में भी 13 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित सभी क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य जारी है।

चैहान ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज प्रात: फोन पर चर्चा की और मध्यप्रदेश में बाढ़ की वर्तमान स्थिति, रेस्क्यू ऑपेरशन एवं राहत कार्यों से अवगत कराया। साथ ही इंफ्रास्ट्रक्च र के नुकसान, फसल की क्षति, बिजली एवं टेलीकॉम नेटवर्क आपूर्ति के संबंध में जानकारी दी।

वहीं चंबल नदी में लगातार पानी बढ़ रहा है। इसके चलते मुरैना जिले और चंबल नदी के किनारे बसे इलाकों पर खतरा बना हुआ हैं। लोगों के साथ प्रषासन को सर्तक रहने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं कई स्थानों पर बाढ़ के चलते पुल बह गए हैं, सड़कें गड्ढों में बदल गई हैं।

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने कहा है कि प्रदेश के दतिया जिले में बारिश से रतनगढ़ के बाद अब सनकुआं के पुल बहने की घटना बेहद गंभीर व चिंताजनक। कुछ ही वर्षों पूर्व, करोड़ों की लागत से बने यह पुल बारिश के पानी में पत्ते की तरह बह गये, कैसा निर्माण कार्य। इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच हो, जवाबदेही तय हो।

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