मध्य प्रदेश में तीन विधानसभा और एक लोकसभा के होने वाले उप-चुनाव की बिसात पर मोहरे भी सज गए है, क्योंकि दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने अपने उम्मीदवार तो घोषित कर ही दिए हैं, साथ ही नामांकन भरने का भी काम पूरा हो चुका है। अब दोनों दलों के नेताओं की नजर मतदाताओं पर आकर ठिठक गई है।
राज्य में तीन विधानसभा रैगांव, पृथ्वीपुर और जोबट के अलावा खंडवा लोकसभा क्षेत्र में उप-चुनाव होने वाले हैं। इन उप-चुनाव के लिए मतदान 30 अक्टूबर को होना है और नामांकन भरने का काम पूरा हो चुका है। इन उप-चुनाव के लिए खंडवा संसदीय क्षेत्र से ज्ञानेश्वर पाटिल को उम्मीदवार बनाया गया है तो वहीं पृथ्वीपुर से डा षिषुपाल सिंह यादव, रैगांव से प्रतिभा बागरी और जोबट से सुलोचना रावत को मैदान में उतारा गया है।
वहीं कांग्रेस ने खंडवा संसदीय क्षेत्र से राज नारायण सिंह, पृथ्वीपुर से नितेंद्र राठौर, जोबट से महेष पटेल और रैगांव से कल्पना वर्मा को उम्मीदवार बनाया है।
दोनों ही दलों ने उम्मीदवारों के साथ प्रभावशाली नेताओं की ड्यूटी लगा दी है। यह चुनाव दोनों ही दलों के लिए अहम है यही कारण है कि वे अपने अपने स्तर पर सारी जमावट में जुटे हैं।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ लगातार यह दावा कर रहे हैं कि दमोह के उप-चुनाव को कांग्रेस चारों उप-चुनाव में दोहराएगी। ज्ञात हो कि दमोह में कांग्रेस ने भाजपा को शिकस्त दी थी।
उम्मीदवारों के नामांकन भराने के दौरान आयोजित सभाओं में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भाजपा ही ऐसी पार्टी है जो समाज के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने का प्रयास करती है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस में सबसे बड़ा फर्क यही है कि भाजपा में वंशवाद नहीं चलता, जबकि कांग्रेस वंशवाद के आधार पर ही चलती है। भाजपा की सरकार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास के नए आयाम गढ़ रही है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS