सेना ने जारी की अपने माउंट मकाऊ अभियान से लेकर बर्फ पर रहस्यमयी पैरों के निशान की तस्वीरें

कई बार लोगों द्वारा दुनियाभर में हिममानव 'येती' को देखे जाने की घटनाएं सामने आती रही हैं.

कई बार लोगों द्वारा दुनियाभर में हिममानव 'येती' को देखे जाने की घटनाएं सामने आती रही हैं.

author-image
yogesh bhadauriya
एडिट
New Update
सेना ने जारी की अपने माउंट मकाऊ अभियान से लेकर बर्फ पर रहस्यमयी पैरों के निशान की तस्वीरें

सेना ने हिममानव येती की मौजूदगी को लेकर बड़ा दावा किया है.

दुनिया में लंबें समय से हिममानव की मौजूदगी को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जाते रहे हैं. कई बार लोगों द्वारा दुनियाभर में हिममानव 'येती' को देखे जाने की घटनाएं सामने आती रही हैं. ये मान्यता सदियों से चली आ रही है कि हिममानव हिमालय में बनी गुफाओं में आज भी रहते हैं. हालांकि, अभी तक इसकी मौजूदगी को लेकर कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया था. पहली बार भारतीय सेना ने हिममानव येती की मौजूदगी को लेकर बड़ा दावा किया है.

Advertisment

भारतीय सेना ने पहली बार हिममानव की मौजूदगी को लेकर सबूत पेश किया है. दरअसल, सेना को हिमालय में हिममानव 'येति' के पैरों निशान मिले हैं, जिसे उन्होंने ट्विटर पर शेयर किया है. तस्वीरों में बर्फ पर पैरों के बड़े-बड़े निशान दिखाई दे रहे हैं. माना जा रहा है कि ये निशान हिममानव 'येती' के पैरों के ही हैं.

यह भी पढ़ें- कल अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित हो सकता मसूद अजहर, भारत की हो सकती है जीत

सेना ने ट्वीट में कहा, 'पहली बार भारतीय सेना पर्वतारोहण अभियान दल ने 09 अप्रैल, 2019 को मकालू बेस कैंप के करीब 32x15 इंच वाले 'येति' के रहस्यमयी पैरों के निशान देखे हैं. इस मायावी हिममानव को इससे पहले केवल मकालू-बरुन नेशनल पार्क में भी देखा गया.

येती की कहानी

दुनिया के रहस्यमयी प्राणियों में से एक 'येती' की कहानी लगभग सौ साल पुरानी है. हालांकि पहले भी कई बार येती को दिखायी देने की खबर आ चुकी है. लद्दाख के कुछ बौद्ध मठों ने दावा किया था कि उन्होंने हिममानव 'येती' को देखा है. शोधकर्ताओं की मानें तो येती मनुष्य नहीं बल्कि ध्रुवीय और भूरे भालू की क्रॉस ब्रीड यानी संकर नस्ल है.

Source : News Nation Bureau

indian-army Beast Footprints Yeti
      
Advertisment