पूर्वोत्तर, आंध्र प्रदेश और पंजाब में प्रबंधकीय पदों पर सबसे अधिक महिलाएं
प्रबंधकीय पदों पर काम करने के मामले में पूर्वोत्तर राज्यों की महिलाएं सबसे आगे हैं. हाल में सामने आए एक सर्वे के मुताबिक मेघायल में सबसे अधिक 34.1 फीसद महिला प्रबंधकीय पदों पर काम कर रही हैं.
नई दिल्ली:
प्रबंधकीय पदों पर काम करने के मामले में पूर्वोत्तर राज्यों की महिलाएं सबसे आगे हैं. हाल में सामने आए एक सर्वे के मुताबिक मेघायल में सबसे अधिक 34.1 फीसद महिला प्रबंधकीय पदों पर काम कर रही हैं. वहीं दूसरा नंबर आंध्र प्रदेश का है जहां 32.3 फीसद महिलाएं और पंजाब 32.1 फीसद के साथ तीसरे स्थान पर है. जबकि असम में सबसे कम 6.9 फीसद महिलाएं भी ऐसे पदों पर कार्यरत हैं. आंकड़ों के मुताबिक अगर बात पूरे देश की करें तो प्रबंधकीय पदों पर 18.7 फीसद महिलाएं कार्यरत हैं. हैरानी की बात यह भी है कि ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की ऐसे पदों पर संख्या अधिक है. ग्रामीण इलाकों में जहां 21.4 फीसद महिलाएं कार्यरत हैं तो वहीं शहरी इलाकों में इनका अनुपात 16.4 फीसद है.
पूर्वोत्तर राज्यों का प्रदर्शन बेहतर
पीएलएफएस की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक विधायक, वरिष्ठ अधिकारी और प्रबंधकों के रूप में काम करने वाली महिलाओं के अनुपात की बात करें तो उत्तर-पूर्वी राज्यों ने अच्छा प्रदर्शन किया है. मणिपुर 51.8 फीसद के साथ सूची में सबसे ऊपर है, इसके बाद मेघालय 51.7% फीसद, सिक्किम 50.4 फीसद और आंध्र प्रदेश 47.9 फीसद का स्थान है. इस सेगमेंट में असम का अनुपात सिर्फ 6.2 फीसद है. वहीं राष्ट्रीय स्तर पर इसका औसत 23.2 फीसद है.
तकनीकी और पेशेवर क्षेत्र में सिक्किम ऊपर
अगर बात तकनीकी और पेशेवर क्षेत्र की करें तो 120.2 फीसद के साथ सिक्किम सबसे ऊपर है. इसके बाद मेघालय 101.5 फीसद और केरल 91.6 फीसद का स्थान है. हालांकि इस क्षेत्र में असम की स्थिति थोड़ी बेहतर है. असम का औसत 52.9 फीसद है. जबकि मणिपुर में 85.2 फीसदी महिला कर्मचारी पेशेवर और तकनीकी कर्मचारियों के रूप में काम कर रही हैं.
केंद्रीय श्रम मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी तिमाही रोजगार सर्वेक्षण (क्यूईएस) से पता चला है कि नौ प्रमुख गैर-कृषि क्षेत्रों में पुरुष श्रमिकों की संख्या कुल श्रमिकों का 70.7% है, जबकि महिला श्रमिकों की संख्या 29.3% है. स्व-रोज़गार पुरुष वर्ग में, "आवास और रेस्तरां" क्षेत्र और व्यापार क्षेत्र में क्रमशः कुल रोजगार का 3.6% और 2.9% का उच्चतम प्रतिशत हिस्सा था. वहीं दो क्षेत्र महिलाओं के बीच स्वरोजगार का मुख्य आधार थे, जिनमें से प्रत्येक में 0.4% की हिस्सेदारी थी, इसके बाद वित्तीय सेवा क्षेत्र (0.3%) का स्थान था. कर्मचारी श्रेणी के तहत, तीन-चौथाई से अधिक श्रमिक परिवहन (83.7%), विनिर्माण (76.9%), निर्माण (76.4%) और व्यापार (75.6%) क्षेत्रों में पुरुष थे. महिला कर्मचारियों की शिक्षा में 43.9% और स्वास्थ्य क्षेत्र में 39.9% हिस्सेदारी है.
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