असम की सरकार ने गुवाहाटी में एक मस्जिद को सील कर दिया है जहां पिछले महीने एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए तीन लोग ठहरे थे और बाद में उनमें कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई. यह जानकारी शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने दी. सरमा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उनमें से दो असम लौटे थे.
तीसरा उनके साथ अथगांव कब्रिस्तान मस्जिद में ठहरा हुआ था और उनमें से एक के साथ धुबरी गया था. सरमा ने कोरोना वायरस के फैलने के लिए पूरी तरह जमात को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि असम में 29 संक्रमित मामलों में 28 समूह से जुड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में शुक्रवार को कोरोना वायरस से जिस व्यक्ति की पहली मौत हुई है उसने भी सऊदी अरब से लौटने के बाद दिल्ली में जमात के कार्यक्रम में शिरकत की थी.
उसमें मंगलवार की रात को कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी. मस्जिद में 12 मार्च को हुए समागम में कम से कम सौ लोगों ने हिस्सा लिया था और आयोजकों ने अभी तक 58 लोगों के नाम दिए हैं और उन सभी को पृथक वास में रखा गया है. उन्होंने कहा, ‘‘काफी बाद में हमारे संज्ञान में लाया गया कि कार्यक्रम हुआ था और हमने आयोजकों से कहा है कि इसमें शामिल होने वाले सभी लोगों की सूची मुहैया कराएं.’’
उन्होंने कहा कि मस्जिद को सील कर दिया गया है और इसे संक्रमित क्षेत्र घोषित कर दिया गया है और किसी को भी वहां प्रवेश करने या वहां से जाने की अनुमति नहीं है. प्रशासन मस्जिद की देखभाल करने वालों और मस्जिद के अंदर ठहरे अन्य पदाधिकारियों को आवश्यक सामान मुहैया कराएगा. सरकार तीन में से एक व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने पर विचार कर रही है क्योंकि उसने जमात के कार्यक्रम में शामिल होने का तथ्य छिपाया.
Source : Bhasha