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Morbi Bridge Collapses: क्या होता है सस्पेंशन ब्रिज, जानिए देश में कहां-कहां हैं ऐसे पुल

गुजरात (Gujarat) के मोरबी जिले में हुए पुल हादसे (Morbi Bridge Incident) ने पूरे देश को झंकझोर दिया

Updated on: 31 Oct 2022, 01:51 PM

highlights

  •  तेज बहाव वाले इलाकों में होता है सस्पेंशन ब्रिज का निर्माण
  • देश का सबसे बड़ा सस्पेंशन ब्रिज डोबरा चांटी ब्रिज है
  • लक्ष्मण झूला भी है सस्पेंशन ब्रिज

 
  

New Delhi:

Morbi Bridge Collapses: गुजरात (Gujarat) के मोरबी जिले में हुए पुल हादसे (Morbi Bridge Incident) ने पूरे देश को झंकझोर दिया. कोई अपनों के शव हाथ में लिए बिलख रहा है तो किसी को अब भी हादसे में लापता हुए अपनों की तलाश  है. मच्छू नदी पर बने मोरबी पुल हादसे के बाद से ही देशभर में इस तरह के पुलों को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं. दरअसल ये ब्रिज सीमेंट या ईंटों के खंभों पर नहीं टिका था, बल्कि ये केबल के सहारे बनाया गया था. यही वजह है कि इस ब्रिज को हैंगिंग ब्रिज भी कहा जाता था. हालांकि तकनीकी तौर पर इस तरह के ब्रिज को सस्पेंशन ब्रिज ( Suspension Bridge) कहा जाता है. आइए जानते हैं कि आखिर सस्पेंशन ब्रिज होता क्या है? देश में इस तरह के सस्पेंशन ब्रिज कहां-कहां पर स्थित हैं.

किसे कहते हैं सस्पेंशन ब्रिज?
मोरबी पुल हादसे के बाद से ही इस बात की चर्चा हर जगह हो रही है कि आखिर सस्पेंशन ब्रिज है क्या? दरअसल पानी या नदी के ऊपर कई तरह के पुलों का निर्माण किया जाता है, इन्हीं में एक होता है सस्पेंशन ब्रिज. इस तरह के पुलों का निर्माण नदी के उन हिस्सों पर किया जाता है , जहां बहाव सबसे तेज होता है. सस्पेंशन पुल को आसान शब्दों में समझा जाए तो इसके तहत सीमेंट के दो पिल्लर नदी को किनारों पर लगाए जाते हैं, जबकि बाकी पूरा पुल लोहे की केबल पर टिका होता है.

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न 5 हिस्सों से बना होता है सस्पेंशन ब्रिज
सस्पेंशन ब्रिज के निर्माण के दौरान पांच अहम हिस्सों पर काम किया जाता है. पहला हिस्सा होता है. डेक, दूसरा हिस्सा, टावर, तीसरा टेंशन, चौथा फाउंडेशन और पांचवा केबल. 
डेकः इस हिस्से को पुल पर बनी सड़क का अंतिम छोर कहा जाता है, इसे जमीन या फिर पहाड़ दोनों में से जो ज्यादा सुगम हो उसमें घुसाया जाता है. 
टावरः डेक के अगले हिस्से में टावर लगा होता है. इस के सहारे पर पुल को आधार दिया जाता है. ये टावर पुल को दोनों छोर या किनारों पर बने होते हैं
टेंशनः टेंशन का काम पुल को दोनों हिस्सों को जोड़ने का होता है, टेंशन को दोनों टावर से जोड़ा जाता है. 
केबलः केबल ब्रिज का वो हिस्सा है जिसके सहारे पुल को मजबूत सपोर्ट दिया जाता है. इससे पुल झूलता भी है.

भारत के इन इलाकों में है सस्पेंशन ब्रिज
भारत में सबसे ज्यादा सस्पेंशन ब्रिज का निर्माण 1800 के दशक में ही किया गया है. भारत के सबसे बड़ा सस्पेंशन ब्रिज डोबरा चांटी ब्रिज (Dobra Chanti Bridge) है. ये उत्तराखंड में स्थित है.
इसके अलावा भारत के मशहूर सस्पेंशन पुलों की बात करें तो इनमें प्रमुख रूप से कोटा हैंगिंग ब्रिज(Rajasthan), लोहित रिवर ब्रिज(Arunachal Pradesh),लक्ष्मण झूला (Uttarakhand),वालॉन्ग(Darjeeling)शामिल हैं.

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