मॉनसून सत्र में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से पेश अविश्वास प्रस्ताव पर आज चर्चा होगी। देश भर के लोगों की नजर आज होने वाली इस चर्चा पर है।
इस चर्चा के दौरान विपक्षी दल जहां अपनी एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं वहीं सरकार की कोशिश है कि विपक्षी एकता में सेंंध लगाई जा सके। एनडीए के नेताओं को पूरा भरोसा है कि सरकार को कोई भी खतरा नहीं है।
वहीं सदन में आज होने वाले चर्चा को लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि आज का दिन संसदीय लोकतंत्र के लिए काफी महत्वपूर्ण है। मैं चाहता हूं कि इस अवसर पर बिना किसी व्यवधान के चर्चा हो।
पीएम ने कहा, 'आज का दिन संसदीय लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण है। मैं विश्वास रखता हूं कि मेरे साथी सासंद इस अवसर पर रचनात्मक, व्यापक और व्यवधान मुक्त बहस सुनिश्चित करेंगे। देश आज हमलोग पर करीब से नजर रखेगा।'
बता दें कि बुधवार को संसद का मॉनसून सत्र शुरू होते ही कांग्रेस समेत कई दलों ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया जिसे लोकसभा के अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने स्वीकर कर लिया और इस पर चर्चा के लिए शुक्रवार का दिन निर्धारित कर दिया।
अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कई दलों ने अपने सासंदों को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किया है। तृणमूल कांग्रेस ने व्हिप जारी कर पहले ही कह दिया है कि वह इस मसले पर सरकार के खिलाफ वोट करेगी।
क्या है लोकसभा का गणित
अंकगणित के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पास कुल 273 सांसद हैं। वहीं अगर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सभी सहयोगियों को मिला दिया जाए तो आंकड़ा 310 के पार चला जाता है।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के पास मात्र 63 सांसद हैं। जबकि अन्य दलों के कुल 157 सासंद है। आंकड़ो के मुताबिक अगर सभी विपक्षी दलों को मिला भी दिया जाए तो भी सरकार के लिए कोई खतरा नजर नहीं आता।
हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि वोटिंग के दौरान एआईएडीएमके के 37 और टीआरएस के 11 सांसद सदन में अनुपस्थित रहेंगे। ऐसे में बीजेपी के लिए कहीं से कोई खतरा नज़र नहीं आता।
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Source : News Nation Bureau