दिल्ली के निजामुददीन मरकज के मुखिया मौलाना साद के चार करीबी लोगों पर सहारनपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया है. इनमें दो लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आ चुकी है जबकि अन्य दो की रिपोर्ट आनी शेष है. सहारनपुर के एस एस पी दिनेश कुमार पी ने ‘भाषा’ को बताया कि मौलाना साद की थाना मण्डी क्षेत्र के मोहल्ला मुफ्ती में ससुराल है और इसी मोहल्ले में मौलाना साद के करीबी तीन लोग रहते हैं.
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सहारनपुर की कटेहरा चौकी के प्रभारी विजेन्द्र सिह ने थाने में दर्ज एफ आई आर के हवाले से बताया कि हाल ही में इनमें से दो भाइयों ने दक्षिण अफ्रीका और एक भाई ने फ्रांस की यात्रा की थी. वहां से लौटते हुए ये लोग दिल्ली निजामुददीन मरकज गये लेकिन इस बात को इन्होंने छिपाया.
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एस एस पी ने बताया कि मोबाइल की सीडीआर से इनके निजामुद्दीन जाने की बात स्पष्ट हुई. प्रशासन द्वारा इन्हें कोरोना संदिग्ध मानते हुए तीनों भाइयों और एक मौलाना के पुत्र के सैम्पल जांच के लिये भेजे गये थे. इनमें दो मौलानाओं को कोरोना संक्रमित पाया गया जबकि दो अन्य की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है. दिनेश कुमार ने बताया कि तीनों मौलानाओं सहित एक मौलाना के बेटे के खिलाफ धारा 269, 270 271 आई पी सी एवम महामारी अधिनियम की धारा 3 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
विदेश से आया था चंदा
मौलाना साद के मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने मौलाना साद को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है. क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के मुताबिक इस आयोजन से पहले साद के दिल्ली में स्थित एक बैंक अकाउंट में अचानक विदेशों से बड़ी मात्रा में चंदे के नाम पर रुपये जमा हुए.
इस मामले में पुलिस ने मौलाना साद के सीए को बुला कर पूछताछ की थी और मौलाना से मिलने की बात कही थी. जिस पर मौलाना के सीए ने कहा कि मौलाना बड़े आदमी हैं और वो ऐसे ही किसी से नहीं मिलते. क्राइम ब्रांच को अब मरकज के ट्रांजेक्शन पर शक है और वो इसका हवाला कनेक्शन तलाश रही है.