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इंटेल एजेंसियों को मोहाली विस्फोट में खालिस्तान समर्थक तत्वों की संलिप्तता का संदेह

इंटेल एजेंसियों को मोहाली विस्फोट में खालिस्तान समर्थक तत्वों की संलिप्तता का संदेह

Updated on: 12 May 2022, 01:00 AM

नई दिल्ली:

खुफिया एजेंसियों को सोमवार को मोहाली में पंजाब पुलिस की खुफिया शाखा मुख्यालय पर रॉकेट से चलने वाले ग्रेनेड (आरपीजी) हमले में खालिस्तान समर्थक तत्वों के शामिल होने का संदेह है।

सूत्रों ने खुफिया जानकारी के हवाले से बताया कि हमले का मास्टरमाइंड बब्बर खालसा का आतंकी हरविंदर सिंह रिंडा हो सकता है।

उन्होंने यह भी कहा कि माना जाता है कि रिंडा पाकिस्तान में छिपा हुआ है और राज्य में आतंकवादी गतिविधियों के लिए पंजाब में खालिस्तान समर्थक तत्वों को फिर से सक्रिय करने की कोशिश कर रहा है।

सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस इन खालिस्तानी तत्वों का इस्तेमाल अमेरिका, जर्मनी और कनाडा जैसे विभिन्न देशों में कर रही है।

पंजाब पुलिस द्वारा उपलब्ध कराए गए इनपुट के अनुसार, आरपीजी अमेरिकी सेना द्वारा इस्तेमाल किए गए आरपीजी के समान था और एजेंसियों को संदेह है कि यह तालिबान से पाकिस्तान में आतंकवादी संगठनों द्वारा खरीदा गया हो सकता है।

सूत्रों ने कहा, अमेरिकी सेना ने पिछले साल अफगानिस्तान छोड़ने पर आरपीजी को बड़ी संख्या में छोड़ दिया था और तालिबान ने उन्हें पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठनों को बेच दिया था।

सुरक्षा व्यवस्था के अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों द्वारा आरपीजी का इस्तेमाल करना सुरक्षा बलों के लिए चिंता का विषय है।

हाल ही में हरियाणा पुलिस ने करनाल के पास एक टोल प्लाजा से चार खालिस्तानी आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने खुलासा किया था कि रिंडा पाकिस्तान से ड्रोन का इस्तेमाल कर पंजाब में ड्रग्स और हथियार गिरा रही थी।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस से जुड़े ऐप्स, वेबसाइटों और सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया है, जो पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की पूरी कोशिश कर रहा है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.