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करदाताओं के पैसे से जेट एयरवेज को बचाने की कोशिश : कांग्रेस

कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि सरकार की मंशा भारतीय करदाताओं के पैसे से नकदी के संकट से जूझ रही विमान कंपनी जेट एयरवेज को राहत पैकेज देने की है

Updated on: 20 Mar 2019, 04:54 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि सरकार की मंशा भारतीय करदाताओं के पैसे से नकदी के संकट से जूझ रही विमान कंपनी जेट एयरवेज को राहत पैकेज देने की है. कंपनी में आंशिक स्वामित्व विदेशी निवेशकों का है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मीडिया को बताया कि मोदी सरकार ने सरकारी बैंकों -भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और पंजाब नेशनल बैंक- को एयरलाइन के कुल 8,500 करोड़ रुपये के कर्ज को माफ करने को कहा है. 

सुरजेवाला ने कहा, "लंदन में रहने वाले एनआरआई (अनिवासी भारतीय) नरेश गोयल का स्वामित्व 51 फीसदी है, जबकि इतिहाद एयरवेज की हिस्सेदारी 24 फीसदी. इसका मतलब कंपनी का 75 फीसदी स्वामित्व एनआरआई और विदेशी कंपनी के हाथ में है."

उन्होंने कहा, "मोदी सरकार विदेशी निवेशकों के स्वामित्व वाली जेट एयरवेज जैसी दिवालिया कंपनी को सार्वजनिक धन से राहत पैकेज क्यों दे रही है, लेकिन कर्ज में डूबे भारत के किसानों को यह पैसा नहीं दे रही है."

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) ने दो आदेश जारी किए हैं. इसने एसबीआई और अन्य पीएसयू बैंक को कर्ज को एक रुपये की इक्विटी में बदलकर इसे माफ करने को कहा है. इसके अलावा, यह इतिहाद को प्रत्येक शेयर के लिए 150 रुपये देने जा रही है."

उन्होंने कहा, "क्या मोदी सरकार अब सार्वजनिक निधि से हर दिवालिया हो चुके मित्र पूंजीपति को बचाएगी."