केन्द्र सरकार विदेशी कंपनियों से 200 लड़ाकू विमान खरीदने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। हालांकि विदेशी कंपनियों को इस डील के तहत भारत में प्राॅडक्शन की शर्त को पूरा करना होगा।
वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया कि विदेशी कंपनियों को भारत में स्थानीय कंपनी के साथ मिलकर लड़ाकू विमान बनाने होंगे। सरकार की योजना 300 तक की संख्या में लड़ाकू विमानों को खरीदने की है।
भारतीय वायुसेना सोवियत संघ के दिनों के लड़ाकू विमानों को हटाना चाहता है। बताया जा रहा है कि यह डील अब तक की देश की सबसे बड़ी रक्षा डील होगी। एक अनुमान के मुताबिक यह डील करीब 1 लाख करोड़ रुपये की होगी।
पिछले हफ्ते फ्रांस के दसाॅ के साथ हुई रफाले विमानों को खरीदें जाने की डील हुई है। विशेषज्ञों के मुताबिक इस डील से घरेलू एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा।
Source : News Nation Bureau