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आरबीआई की आजादी को खत्म करना चाहती है मोदी सरकार : कांग्रेस

वित्तमंत्री अरुण जेटली पर हमले को तेज करते हुए, कांग्रेस ने मंगलवार को सरकार पर स्वायत्त संस्था जैसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को क्षति पहुंचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया

Updated on: 30 Oct 2018, 10:06 PM

नई दिल्ली:

वित्तमंत्री अरुण जेटली पर हमले को तेज करते हुए, कांग्रेस ने मंगलवार को सरकार पर स्वायत्त संस्था जैसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को क्षति पहुंचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया. कांग्रेस ने इसके साथ ही उनपर केंद्रीय बैंक के कार्य में हस्तक्षेप करने का भी आरोप लगाया. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने यहां पत्रकारों से कहा, 'मैं आज वित्तमंत्री की ओर से आरबीआई और इसके प्रदर्शन पर तीखे हमले से आश्चर्यचकित हूं. केंद्रीय बैंक स्वायत्त और स्वतंत्र है.'

उन्होंने कहा कि यह भारत और अर्थव्यवस्था के हित में है कि आरबीआई ऋण देने और बैंकों की दरों को तय करने के लिए एकमात्र नियामक संस्था बना रहे.

शर्मा ने कहा, "केवल आरबीआई के पास ही सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को विनियमित करने की शक्ति होनी चाहिए और किसी के पास नहीं. सरकार ने पहले दिन से ही लगातार हस्तक्षेप करके आग लगाने का काम किया है. अब सरकार की ओर से मौद्रिक नीति पर नियंत्रण करने की कोशिश बेहद अशुभ कदम है."

कांग्रेस नेता ने कहा, 'आरबीआई पर हमले को स्वीकार नहीं किया जा सकता. इसका अवश्य ही विरोध किया जाना चाहिए. इसके साथ ही यह याद रखने की जरूरत है कि भुगतान नियामक के रूप में आरबीआई की भूमिका को समाप्त नहीं किया जा सकता.'

जेटली ने मंगलवार को डूबे कर्ज (बैड लोन) के बढ़ने के लिए केंद्रीय बैंक को जिम्मेदार ठहराया, जिसके बाद शर्मा ने यह टिप्पणी की है.

शर्मा ने कहा, 'मोदी और भाजपा के शासन में, वे लोग देश के सभी स्वायत्त संस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिसकी भूमिका सीबीआई, ईडी, आईटी, डीआरआई, केंद्रीय विश्वविद्यालयों जैसी संस्थाओं के शासन और प्रशासन को बनाए रखने की है.'