मोदी सरकार ने व्हाट्सएप यूजर्स की इजराइली स्पाईवेयर से जासूसी मामले में मांगा जवाब

केंद्र सरकार ने जासूसी के मामले में व्हाट्सएप से जवाब मांगा है. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने व्हाट्सएप से 4 नवंबर तक अपना जवाब देने को कहा है.

author-image
Deepak Pandey
New Update
मोदी सरकार ने व्हाट्सएप यूजर्स की इजराइली स्पाईवेयर से जासूसी मामले में मांगा जवाब

व्हाट्सएप( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

केंद्र सरकार ने जासूसी के मामले में व्हाट्सएप से जवाब मांगा है. सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने व्हाट्सएप से 4 नवंबर तक अपना जवाब देने को कहा है. केंद्र सरकार ने तब यह जवाब तलब किया है, जब व्हाट्सएप ने कन्फर्म कर दिया है कि भारत में भी स्पाईवेयर पीगासस एक्टिव था और यहां के लोगों की भी जासूसी कर रहा था.

Advertisment

यह भी पढ़ेंः गुजरात के केवड़िया में PM नरेंद्र मोदी ने ब्यूरोकेसी को दी नसीहत, बोले- अपने निर्णयों को इन कसौटियों में जरूर कसें

सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने व्हाट्सएप से 4 नवंबर तक जवाब मांगा है. फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप ने गुरुवार को कहा कि इजरायली स्पाईवेयर पीगासस भारतीय पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की जासूसी कर रहा था. इस पूरे मामले पर बीजेपी नेता अमित माल्वीय ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने घटना की टाइमिंग पर ही सवाल उठा दिया है.

बीजेपी नेता अमित माल्वीय ने कहा कि अगर व्हाट्सएप ने उन लोगों से पहले संपर्क किया तो वे तब क्यों नहीं सामने आए. व्हाट्सएप ने उन लोगों को मैसेज भेजा है जिनकी जासूसी हुई है. माल्वीय ने कहा कि व्हाट्सएप उन नामों का खुलासा करे जिनकी जासूसी हुई है.

यह भी पढ़ेंः Happy Halloween: अगर आज आपको कहीं भूत-चुड़ैल दिखें तो डरना नहीं...

ये है पूरा मामला

हालांकि, व्हाट्सएप के उस खुलासे से हड़कंप मच जिसमें उसने कहा कि स्पाईवेयर पीगासस भारत में भी एक्टिव था और यहां के लोगों की भी जासूसी कर रहा था. व्हाट्सएप ने मीडिया को बताया कि भारतीय पत्रकार और ह्यूमन राइट ऐक्टिविस्ट्स इस जासूसी का टार्गेट थे, लेकिन कंपनी ने ये नहीं बताया है कि इस स्पाईवेयर के जरिए कितने भारतीय लोगों की जासूसी की गई है. चूंकि, पीगासस का इस्तेमाल कोई आम शख्स नहीं कर सकता है और इसे NSO Group ने सरकारों के लिए बनाया गया है.

पीगासस नाम का ये स्पाईवेयर भारत में काफी समय से है और समय-समय पर इससे लोगों की जासूस की जाती रही है. इजरायल की NSO Group ने इसे सराकारों के लिए डिजाइन किया है, ताकि जरूरत पड़ने पर कंपनी की सहायता लेकर पीगासस के जरिए जासूसी की जा सके.

यह भी पढ़ेंः RFL: धोखाधड़ी मामले में मलविंदर सिंह, शिविंदर सिंह और 3 अन्य 14 नवंबर तक रहेंगे न्यायिक हिरासत में

गौरतलब है कि व्हाट्सएप ने बुधवार को ही अमेरिकी फेडरल कोर्ट में इजराली एजेंसी NSO Group पर मुकदमा किया है. वॉट्सऐप ने इल्जाम ये लगाया है कि NSO ग्रुप अपने पीगासस नाम के स्पाईवेयर के जरिए 1400 व्हाट्सएप यूजर्स को टार्गेट किया है और उनकी जासूसी की है. अब ये साफ नहीं है कि इनमें से कितने भारतीय थे.

Ravi Shankar Prasad Modi Government Whatsaap IT Ministry
      
Advertisment