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ऑक्सीजन की कमी पर झूठ बोल रही सरकार : चिदंबरम

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (Congress leader P Chidambaram) ने सरकार (Modi Government) पर देश में ऑक्सीजन की कमी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है.

Updated on: 05 May 2021, 07:21 PM

नई दिल्ली:

पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (Congress leader P Chidambaram) ने सरकार (Modi Government) पर देश में ऑक्सीजन की कमी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. चिदंबरम ने बुधवार को कहा कि सरकार इस झूठ को बरकरार रखे हुए है कि ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. हर दिन, सैकड़ों लोगों की जीवन की सच्ची कहानियां हैं, जो अपने निकट और प्रियजनों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर खोजने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चिदंबरम ने आगे कहा कि मेरे पास एक कहानी है, मेरे दोस्तों के पास कई कहानियां हैं.

भारतीय युवा कांग्रेस के पास 1 मई को एक महान सच्ची कहानी थी. एक असहिष्णु मंत्री एस जयशंकर को अभद्रता का सहारा लेने की जल्दी थी, लेकिन रिकॉर्डस और फेसबुक पोस्ट ने उनके झांसे का पदार्फाश कर दिया. अन्यथा बुद्धिमान मंत्री भक्त क्यों बन जाते हैं. पूर्व मंत्री न्यूजीलैंड उच्चायोग की घटना का उल्लेख कर रहे थे.

दिल्ली में मंगलवार को पहुंची 555 एमटी ऑक्सीजन, मिले थे 48 एसओएस अलर्ट

अस्पतालों में भर्ती कोविड संक्रमित रोगियों के लिए ऑक्सीजन की भारी कमी के बीच मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी को 555 मीट्रिक टन (एमटी)ऑक्सीजन प्राप्त हुई. आम आदमी पार्टी (आप) विधायक राघव चड्ढा ने बुधवार को एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली के अस्पताल कोरोनावायरस मामलों में तेजी के बीच जीवन रक्षक गैस की आपूर्ति में कमी से जूझ रहे हैं.

चड्ढा ने कहा कि जब दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली को ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए केंद्र को फटकार लगाई तो इसके एक दिन बाद दिल्ली को 555 मीट्रिक टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन मिली है। यह अभी तक की सर्वाधिक आपूर्ति है, जबकि जरूरत 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की है.

आप विधायक ने कहा कि बहरहाल, यह ऑक्सीजन नियमित स्रोतों से उपलब्ध नहीं कराई गई है, बल्कि केंद्र सरकार ने इसकी अन्य राज्यों से व्यवस्था कराकर दिल्ली को दी है, जो अन्य स्थानों पर भेजी जा रही थी. विधायक ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन की कमी और सिलेंडरों को फिर से नहीं भरे जाने को लेकर 48 त्राहिमाम संदेश (एसओएस) मिले और उनका समाधान कर दिया गया है.

चड्ढा ने कहा, हमने 36.40 टन ऑक्सीजन एसओएस संदेशों का समाधान करने के लिए भेजी। इन अस्पतालों में कुल 4,036 ऑक्सजीन बिस्तर हैं. इसका मतलब है कि हमने 4,036 लोगों की जान बचाने में मदद की.