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शशि थरूर (फाइल फोटो)
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शनिवार को बीजेपी-नीत केंद्र सरकार पर धर्म और प्रतिमाओं का इस्तेमाल अपने एजेंडे के लिए करने का आरोप लगाया, ताकि सरकार लोगों का ध्यान अपनी विफलताओं से भटका सके. उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार की भगवान राम की प्रतिमा स्थापित करने की योजना और हाल ही में गुजरात में दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' का अनावरण करने का संदर्भ देते हुए, थरूर ने इस प्रचलन को रोमन सम्राज्य के दौरान ग्लेडियेटर सर्कस से की, जिसे लोगों का ध्यान वहां हो रहे अत्याचार से हटाने के लिए किया जाता था।
थरूर ने कहा, 'जब आप पूछेंगे कि क्यों 390 रुपये में मिलने वाला गैस सिलिंडर अब 970 रुपये में मिल रहा है, या यह पूछेंगे कि क्यों यूपीए सरकार के कार्यकाल में प्रति लीटर पेट्रोल पर 3.70 रुपये टैक्स को बढ़ाकर 19.48 कर दिया गया, तो वे(बीजेपी) राम मंदिर, अयोध्या, स्टेच्यू ऑफ यूनिटी और इस तरह की बाते करेंगे। यह ध्यान भटकाने वाली चीजें हैं।'
उन्होंने कहा, 'प्रतिमाओं को स्थापित करना मुझे रोमन साम्राज्य के उन दिनों की याद दिलाता है, जब लोगों को उनके ऊपर हो रहे अत्याचारों से ध्यान भटकाने के लिए सर्कस दिखाया जाता था..'
यह दावा करते हुए कि एनडीए सरकार काम करने में विफल रही है, उन्होंने कहा कि ऐसे चश्मे सरकार को भाते हैं, क्योंकि वे लोगों के दुखों को छुपाने में मदद करते हैं।
उन्होंने कहा, 'भारत के लोगों और मीडिया को इन विकर्षणों से बाहर निकलना चाहिए और वास्तविकताओं पर ध्यान देना चाहिए। भारत का आम आदमी बीते साढ़े चार सालों से दुख झेल रहा है।'
Source : IANS