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Modi सरकार का मानसून सत्र के पहले कैबिनेट विस्तार संभव, इनकी है चर्चा

इसी फेर में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अपने मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा शुरू कर दी है. अभी तक लगभग दो दर्जन मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा हो चुकी है.

Updated on: 12 Jun 2021, 06:44 AM

highlights

  • मोदी सरकार में सहयोगी दलों से एक भी कैबिनेट मंत्री नहीं
  • इस महीने के आखिर या अगले महीने की शुरुआत में विस्तार
  • मोदी सरकार में अभी 60 मंत्री हैं, जबकि 79 हो सकते हैं

नई दिल्ली:

अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव, पश्चिम बंगाल चुनाव में निर्धारित लक्ष्य से दूरी और कोरोना संक्रमण से छवि पर लगे दाग को साफ करने के लिए मोदी सरकार (Modi Government) ने कमर कस ली है. इस क्रम में सबसे पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार (Cabinet) की सुगबुगाहट तेज हो गई है. सूत्रों की मानें तो इस काम को संसद  (Parliament)  के मानसून सत्र से पहले ही अंजाम दिया जाना है. संभवतः इसी फेर में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अपने मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा शुरू कर दी है. अभी तक लगभग दो दर्जन मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा हो चुकी है. जल्दी ही सारे मंत्रालयों के काम काज की समीक्षा का काम पूरा कर लिया जाएगा. गौरतलब है कि मोदी सरकार में अभी 60 मंत्री हैं, जबकि संविधान के अनुसार इनकी संख्या 79 तक हो सकती है.

अभी 19 मंत्रियों की है गुंजाइश
हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी विभिन्न मंत्रियों और उनके मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा का काम अपने पहले कार्यकाल के दिनों से ही करते आ रहे हैं. यह अलग बात है कि इस बार की कवायद को भावी विस्तार से जोड़कर देखा जा रहा है. विदित हो कि बीते दिन भी प्रधानमंत्री ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के साथ मिलकर कुछ मंत्रालयों के कामकाज की समीक्षा की है. वास्तविकता यह भी है कि बीते एक साल से करोना संक्रमण की वजह से मंत्रिमंडल विस्तार की स्थितियां नहीं बन पाई थीं, लेकिन अब टीम को बढ़ाने की तैयारी है. फिलहाल पीएम मोदी की टीम में उनके अलावा 21 कैबिनेट और 9 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 29 राज्य मंत्री हैं. कुछ मंत्रियों के पास कई मंत्रालय होने से मंत्रि परिषद के साथियों की कुल संख्या 54 है.

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ये हो सकते हैं मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल
सूत्रों के अनुसार मंत्रिपरिषद के भावी फेरबदल और विस्तार में असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, बैजयंत पांडा के नाम तैर रहे हैं. इस बार के विस्तार में जनता दल यू को भी शामिल करने की स्थितियां बन सकती हैं. मोदी सरकार में अभी भाजपा के सहयोगी दलों से एक भी कैबिनेट मंत्री नहीं है. सहयोगी दलों में अकेले रिपब्लिकन पार्टी के रामदास आठवले राज्य मंत्री हैं. ऐसे में कुछ और सहयोगी दलों को भी विस्तार में जगह दी जा सकती है. सूत्रों के अनुसार, इस महीने के आखिर में या अगले महीने की शुरुआत में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला विस्तार किया जा सकता है.