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कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बड़ा बयान- आंदोलन के दौरान एक भी किसान की मौत नहीं

पिछले 14 माह से दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों ने आखिरकार आंदोलन खत्म करने का ऐलान कर दिया है. सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर सहित कई जगहों से 11 दिसंबर से किसान घर वापसी शुरू कर देंगे.

Updated on: 10 Dec 2021, 04:19 PM

highlights

  • पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की
  • किसानों ने आंदोलन खत्म करने का किया ऐलान, 11 दिसंबर को लौटेंगे घर
  • किसान आंदोलन में 700 से ज्यादा किसानों की मौत हुई है

नई दिल्ली:

पिछले 14 माह से दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों ने आखिरकार आंदोलन खत्म करने का ऐलान कर दिया है. सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर सहित कई जगहों से 11 दिसंबर से किसान घर वापसी शुरू कर देंगे. इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने शुक्रवार को राज्यसभा में दिए एक लिखित जवाब में कहा है कि किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की कार्रवाई में किसी किसान की जान नहीं गई है. 

आपको बता दें कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया है. तीन कृषि कानूनों के विरोध में एक साल से ज्यादा समय से जारी किसान आंदोलन गुरुवार को औपचारिक तौर पर स्थगित कर दिया गया था. संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने प्रेसवार्ता कर इस बात का ऐलान किया. किसान नेताओं ने कहा कि आंदोलन कर रहे किसान 11 दिसंबर को घर लौट जाएंगे.

बताया जा रहा है कि किसान आंदोलन में 700 से ज्यादा किसानों की मौत हुई है. पंजाब सरकार की ओर से यहां भी मरने वाले किसानों को 5 लाख का मुआवजा दिया जाएगा. मुआवजे पर भी किसान नेताओं और उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकार में सहमति बन गई है. हालांकि, केंद्र सरकार का मानना है कि किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की कार्रवाई में किसी किसान की मौत नहीं हुई है.