Corona Vaccination: देश में एक बार फिर कोरोना की संख्या लगातार इजाफा हो रहा है. कोरोना वैक्सीनेशन (Corona vaccine) को लेकर केंद्र सरकार ने मंगलवार को बड़ा ऐलान किया है. सरकार ने 45 वर्ष और इससे अधिक उम्र के अपने सभी कर्मचारियों को कोरोना टीका लगवाने की सलाह दी है. मोदी सरकार की यह सलाह ऐसे समय में आई है जब देश में पिछले कुछ सप्ताहों में कोविड-19 के केसों में बेतहाशा उछाल देखने को मिला है. हालांकि, देश में 45 वर्ष के ऊपर के लोगों को कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा रही है.
कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों को वैक्सीनेशन के बाद भी कोविड-19 से बचाव के दिशा-निर्देशों का पालन करने का सुझाव दिया गया है, जिसमें लगातार हाथ धोना, मास्क या फेस कवर पहनना, सेनेटाइजेशन और सामाजिक दूरी शामिल हैं.
उन्होंने आगे कहा कि सरकार कोरोना की स्थिति की गहरी निगरानी कर रही है और कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के दृष्टिगत टीकाकरण के लिए समूहों को प्राथमिकता देने के वास्ते अपनाई गई रणनीति के आधार पर 45 साल या उससे अधिक उम्र के सभी व्यक्ति टीकाकरण अभियान में हिस्सा ले सकते हैं.
देश के टोटल कोरोना केस में 3% सिर्फ छत्तीसगढ़ से, स्थिति चिंताजनक
कोरोना के मामले में भारत प्रतिदिन रिकॉर्ड तोड़ रहा है. एक दिन में अब एक लाख से ज़्यादा मामले आ रहे हैं. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर केंद्र से राज्यों तक हड़कंप मचा है. कोरोना के बढ़ते केस ने सात-आठ महीने का रिकॉर्ड टूट गया है. पहली बार देश में अब एक दिन में एक लाख से ज़्यादा मरीज मिल रहे हैं. महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब में हालात बहुत बिगड़ गए हैं. इन तीन राज्यों में केंद्र ने एक्सपर्ट्स की 50 टीमें भेजी हैं. इनमें 30 टीमें महाराष्ट्र में, 11 छत्तीसगढ़ में, 9 टीमें पंजाब गई हैं.
इसी मुद्दे पर स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रेस ब्रीफिंग में आज केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि सबसे चिंताजनक स्थिति छत्तीसगढ़ की है. उन्होंने कहा कि इतना छोटा राज्य होने के बावजूद छत्तीसगढ़ में देश के कुल COVID मामलों का 6% और देश में कुल मौतों 3 प्रतिशत है. राजेश भूषण ने कहा की संक्रमण की दूसरी लहर में छत्तीसगढ़ की हालत बेहद चिंताजनक हो गयी है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि हमने राज्य सरकारों को आरटी-पीसीआर परीक्षणों को बढ़ाने का निर्देश दिया है. राजेश भूषण ने बताया कि पिछले कुछ हफ्तों में टेस्ट महाराष्ट्र में कम हो रहा है. कुल परीक्षणों का केवल 60% पिछले सप्ताह महाराष्ट्र में आरटी-पीसीआर विधि के माध्यम से किया गया था. उन्होंने कहा कि हमने सब्भी राज्यों को इसे 70% या उससे ऊपर ले जाने का सुझाव दिया है.
ओडिशा में स्थिति अभी काबू में है, लेकिन दूसरी लहर तेजी से आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि जिन जिलों में मामले बढ़ रहे हैं, उनके लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं. सभी सरकारी अस्पतालों को कहा गया है कि किसी भी आपात स्थिति के लिए कोविद बेड तैयार रखें.
Source : News Nation Bureau