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मोदी कैबिनेट विस्तार: उत्तर से दक्षिण तक का रखा ख्याल, 2019 के लिए हैं पूरी तरह तैयार

मोदी सरकार अपने कार्यकाल का तीसरा कैबिनेट विस्तार कर रही है जिसमें अलग-अलग राज्यों के 9 नेताओं को मंत्री पद दिया गया है।

Updated on: 03 Sep 2017, 10:31 AM

नई दिल्ली:

मोदी सरकार अपने कार्यकाल का तीसरा कैबिनेट विस्तार कर रही है जिसमें अलग-अलग राज्यों के 9 नेताओं को मंत्री पद दिया गया है। 2019 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर पीएम मोदी ने पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक के समीकरणों का ख्याल रखा है। कैबिनेट में ना सिर्फ उत्तर भारतीय राज्यों के नेताओं को जगह दी है बल्कि दक्षिणी राज्यों के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया है।

मोदी के नए कैबिनेट में यूपी से दो, बिहार से दो, राजस्थान से एक, दिल्ली से एक, केरल से एक, कर्नाटक से एक, राजस्थान से एक और मध्य प्रदेश से एक नेता को जगह दी गई है।

बिहार
अश्विनी कुमार चौबे

अश्विनी कुमार चौबे बिहार के बक्सर से बीजेपी सांसद हैं। चौबे को राज्य में ब्राह्मण समुदाय का बड़ा चेहरा माना जाता है। चौबे बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री का पद भी संभाल चुके हैं। साल 2019 में लोकसभा चुनाव को देखते हुए इन्हें कैबिनेट में जगह दी गई है। बिहार में ब्राह्मणों की अच्छी खासी आबादी है और चुनाव में वो किसी भी पार्टी के लिए निर्णायक वोट होते हैं। चौबे केंद्रीय सिल्क बोर्ड के सदस्य भी है।

आरके सिंह

पूर्व आईएएस अधिकारी आरके सिंह बिहार के आरा से बीजेपी सांसद हैं। आरके सिंह उस वक्त पूरे देश में चर्चा में आ गए जब उन्होंने समस्तीपुर का डीएम रहते हुए साल 1990 में बीजेपी के फायर ब्रांड नेता लाल कृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार किया था। आडवाणी उस दौरान पूरे देश में राम रथ यात्रा कर रहे थे। आरके सिंह केंद्र सरकार में गृह सचिव भी रह चुके हैं। आरके सिंह 1975 बैच के आईएएस अधिकारी थे।

उत्तर प्रदेश

शिव प्रताप शुक्ला

शिव प्रताप शुक्ला उत्तर प्रदेश से बीजेपी के राज्यसभा सांसद और राज्य में पार्टी के प्रमुख ब्राह्मण चेहरों में से एक हैं। रुद्रपुर के रहने वाले शिव प्रताप शुक्ला पर लोकसभा चुनाव में बीजेपी का बेस वोट माने जाने वाले ब्राह्मण समुदाय को पार्टी हक में एकजुट रखने की जिम्मेदारी है। कलराज मिश्रा को केंद्रीय कैबिनेट से निकालने के बाद ब्राह्मण समुदाय नाराज ना हो इसलिए भी शायद शुक्ला को मंत्री पद दिया जा रहा है।

सत्यपाल सिंह
यूपी के बागपत से बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह राजनीति में आने से पहले आईपीएस भी रहे चुके हैं। उन्होंने मुंबई पुलिस कमिश्नर जैसे अहम पद पर भी काम किया है। साल 2014 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। सत्यपाल सिंह को कैबिनेट में इसलिए जगह दी गई है ताकि पीएम मोदी प्रशासनिक सुधार के कामों में उनकी मदद से तेजी ला सकें। सत्यपाल संसदीय सुरक्षा के लिए बनी कमेटी का नेतृत्व भी कर चुके हैं।

दिल्ली

हरदीप सिंह पुरी

मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले हरदीप सिंह पुरी साल 1974 बैच के आईएफएस अधिकारी रह चुके हैं। हरदीप सिंह संयुक्त राष्ट्र में कई अहम पदों पर देश के लिए काम कर चुके हैं। जनवरी 2014 में अपने पद से रिटायर होने के बाद पुरी ने बीजेपी ज्वाइन किया था। हरदीप सिंह को विदेश मंत्रालय में कोई अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।

केरल
अल्फोंस कन्ननाथनम
साल 1979 केरल बैच के आईएएस अधिकारी कन्ननाथनम राजधानी दिल्ली के कमिश्नर भी रह चुके है। नौकरी से रिटायर होने के बाद इन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। दिल्ली में कमिश्नर रहते हुए इन्होंने 14310 अवैध इमारतों को गिरा दिया था जिसके बाद वो पूरे देश में सुर्खियों में आ गए थे। केरल बीजेपी के वरिष्ठ नेता कन्ननाथनम पर केरल में बीजेपी को मजबूत करने की भी जिम्मेदारी है। साल 1994 में उन्हें टाइम्स मैगजीन ने 100 यंग ग्लोबल लीडर्स की सूची में शामिल किया था। इन्हें भी सरकार में प्रशासनिक सुधार से जुड़े अहम कामों का प्रभार सौंपा जा सकता है।

कर्नाटक
अनंत हेगड़े

कर्नाटक के उत्तरी कन्नड़ से बीजेपी सांसद अनंत कुमार हेगड़े को भी मोदी सरकार के नए कैबिनेट में शामिल किया गया है। हेगड़े पर कर्टानक में बीजेपी को मजबूत करने और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत दिलाने की भी अहम जिम्मेदारी है। कर्नाटक में बीजेपी पिछले पांच साल से सत्ता से बाहर है।

राजस्थान
गजेंद्र सिंह शेखावत

शेखावत राजस्थान के जोधपुर से बीजेपी के सांसद हैं। उन्हें भी मोदी सरकार के नए मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। शेखावत पर राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जोधपुर के सभी सीटों पर पार्टी की जीत दिलाने की जिम्मेदारी है। शेखावत बीजेपी के किसान विंग के राष्ट्रीय सचिव भी हैं। यही वजह है कि राजस्थान में अच्छी-खासी संख्या में रहने वाले किसानों के वोट को बीजेपी के पक्ष में लाने की जिम्मेदारी है।

मध्य प्रदेश
वीरेंद्र कुमार

वीरेंद्र कुमार मध्य प्रदेश के टिकमगढ़ से बीजेपी के सांसद हैं। कुमार साल 1996 से 2009 तक एमपी के सागर से लागातर विधायक भी रह चुके हैं। वीरेंद्र कुमार पर केंद्र में रहते हुए मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत दिलाने की अहम जानकारी है