इन दिनों देश में ट्रिपल तलाक का मुद्दा गर्माया हुआ है। सभी पार्टियों के नेताओं की तरफ से इस पर अलग अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। बुंदेलखंड में महापरिवर्तन रैली को संबोधित करने के दौरान पहली बार पीएम मोदी ने ट्रिपल तलाक पर बोलते हुए कहा जैसे अगर किसी हिन्दू महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे को कोई मार देता है तो उसे इस अपराध के लिए जेल की सजा होती है उसी तरह मुस्लिम बहनों को भी फोन पर सिर्फ तलाक कहकर उनकी जिंदगी बर्बाद कर देना भी अपराध है।
पीएम ने टीवी न्यूज चैनलों से आग्रह किया कि, 'ट्रिपल तलाक के मुद्दे को हिन्दू vs मुस्लिम या फिर बीजेपी vs अन्य राजनीतिक दल का मुद्दा ना बनाएं। ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है और केंद्र सरकार का मानना है कि किसी भी जाति धर्म या लिंग के आधार पर किसी भी महिला के साथ भेदभाव या क्रूरता नहीं होनी चाहिए।'
इतना ही नहीं पीएम मोदी ने कहा, 'लोकतंत्र में किसी भी मुद्दे पर चर्चा करने और बहस करने का अधिकार हर व्यक्ति को है। जो लोग ट्रिपल तलाक पर लोगों को भड़का रहने हैं वो उन्हें आगे बढ़ने से रोकना चाहते हैं, ट्रिपल तलाक के नाम पर मुस्लिम महिलाओं की जिदंगी बर्बाद करने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती।'
भाषण के दौरान पीएम मोदी ने वहां जुटी भीड़ से भी सवाल किया कि क्या मुस्लिम महिलाओं को बचाना चाहिए या नहीं उन्हें समान अधिकार देना चाहिए की नहीं, पीएम मोदी ने कहा, 'मैं यह देखकर हैरान हूं कि कुछ राजनीतिक पार्टियां सिर्फ अपने वोट बैंक के लिए मुस्लिम महिलाओं को न्याय से वंचित करना चाहते हैं।' गौरतलब है कि बुंदेलखंड में पीएम मोदी की इस रैली को यूपी में बीजेपी के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है।
HIGHLIGHTS
- बुंदेलखंड में ट्रिपल तलाक पर बोले पीएम मोदी
- धर्म के आधार पर अधिकार नहीं देना क्रूरता: मोदी
- कुछ पार्टियां वोट बैंक के लिए लोगों को भड़का रही हैं:मोदी
Source : News Nation Bureau