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ममता सरकार ने मिथुन चक्रवर्ती को घेरा, इस मामले में हुई पूछताछ

मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) के खिलाफ चुनाव के बाद हुई हिंसा के मद्देनजर मानिकतला थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी

Updated on: 16 Jun 2021, 11:30 AM

highlights

  • मिथुन चक्रवर्ती की परेशानी और बढ़ गई हैं
  • मिथुन से आज वर्चुअली पूछताछ हो रही है
  • मिथुन के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का आरोप है

नई दिल्ली:

बीजेपी नेता तथा अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) से आज मानिकतला थाने में वर्चुअली पूछताछ हो रही है. मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty)ने बीजेपी की एक रैली में मंच से 'कोबरा' टिप्पणी की थी. मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) के खिलाफ चुनाव के बाद हुई हिंसा के मद्देनजर मानिकतला थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इसके बाद जब मिथुन चक्रवर्ती ने राहत लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया लेकिन हाईकोर्ट ने पहले अपील को खारिज कर दिया और उन्हें जांच में भाग लेने का निर्देश दिया. मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) से समय मांगते हुए आज सुबह 10.05 बजे से पूछताछ शुरू हो गई है.

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बता दें कि मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) पर बंगाल में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भड़काऊ टिप्पणी करने का आरोप लगा है. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) के दौरान मिथुन चक्रवर्ती पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में कोलकाता के मानिकतला थाने में एफआईआर (FIR) दायर की गई थी. चुनाव प्रचार के पहले मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) पीएम नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में ब्रिगेड सभा में बीजेपी में शामिल हुए थे. 

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ब्रिगेड रैली में मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) ने अपने फिल्म का फेमस डॉयलॉग, ‘मारूंगा यहां और लाश गिरेगी श्मशान में’ बोल कर खूब वाहवाही बटोरी इसके साथ ही उन्होंने 'कोबरा' वाला डायलॉग भी बोला था. हालांकि मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) कहीं से भी चुनाव के दौरान उम्मीदवार नहीं बने थे, लेकिन पूरे चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी उम्मीदवारों के समर्थन में जमकर प्रचार किया था. मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) पर आरोप लगाया गया था कि अपने डॉयलॉग से वह हिंसासमर्थन कर रहे थे और भड़काऊ भाषण देकर समर्थकों उकसा रहे थे. वहीं अब मिथुन चक्रवर्ती का दावा है कि राजनीतिक बदला लेने के लिए उन पर इस तरह के झूठे आरोप लगाये गये हैं और इस आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. मिथुन चक्रवर्ती ने सफाई दी है कि 2014 में आयी एक फिल्म में उनका यह मशहूर डायलॉग था, जो सिर्फ लोगों के मनोरंजन के उद्देश्य से उन्होंने बोला था.