INS विक्रमादित्य में लगी आग, दिए गए जांच के आदेश

बयान में कहा गया है, 'ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने युद्धक विमान में नौसैनिकों के रहने वाले हिस्से से धुआं उठते देखा.'

बयान में कहा गया है, 'ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने युद्धक विमान में नौसैनिकों के रहने वाले हिस्से से धुआं उठते देखा.'

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Nihar Saxena
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INS Vikramaditya

आईएनएस विमान वाहक पोत में शनिवार सुबह लगी आग.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

ऐसा लगता है कि भारत पर चहुंओर से आफत आई हुई है. कोरोना संक्रमण की मार झेल रहे भारत के विमान वाहन पोत आईएनएस विक्रमादित्य (INS Vikramaditya) में शनिवार सुबह मामूली आग लग गई. हालांकि, इस दौरान किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ. इस बात की जानकारी नौसेना के प्रवक्ता ने दी है. फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है. इसके अलावा घटना की जांच शुरू करने के आदेश दिए गए हैं. आईएनएस विक्रमादित्य इस वक्त कारवार हार्बर में है. बताते हैं कि आईएनएस विक्रमादित्य के सेलर एकामडेशन कंपार्टमेंट में आग लग गई है. 

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सेलर एकामडेशन कंपार्टमेंट में लगी आग
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक ड्यूटी स्टाफ ने सेलर एकामडेशन कंपार्टमेंट में उठ रहे आग और धुएं को देखा और इसके बाद फायर फाइटिंग ऑपरेशन लांच किया. तत्काल की गई इस कार्रवाई के बाद आग पर काबू पाया गया. नौसेना के एक प्रवक्ता ने यहां एक बयान में बताया कि आग बुझा दी गई है और पोत में सवार सभी कर्मी सुरक्षित हैं. बयान में कहा गया है, 'ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने युद्धक विमान में नौसैनिकों के रहने वाले हिस्से से धुआं उठते देखा.' कहा गया, 'पोत के ड्यूटी कर्मियों ने आग को बुझाने के लिए तत्काल कार्रवाई की. पोत में सवार सभी कर्मियों की गिनती की गई और कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा है.' नौसेना प्रवक्ता ने बताया कि इस घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं. पोत बंदरगाह में खड़ा है.

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तीन फुटबाल मैदानों का है आकार
कीव क्लास के इस विमान वाहक पोत को भारत ने रूस से साल 2013 में खरीदा था. बाकू के नाम से तैयार हुआ यह पोत 1987 में सेना में शामिल हुआ था. इसने 1996 तक सोवियत और रूसी नौसेना में अपनी सेवाएं दी. खास बात है कि खर्चीला होने की वजह से इसे नौसेना से हटा लिया गया था. तीन फुटबॉल मैदानों के आकार के आकार के इस पोत पर कुल 22 डेक हैं और इसमें 1600 कर्मी रह सकते हैं.

HIGHLIGHTS

  • सेलर एकामडेशन कंपार्टमेंट में आग और धुएं का गुबार
  • आग बुझा दी गई है और पोत में सवार सभी सुरक्षित
  • पोत को भारत ने रूस से साल 2013 में खरीदा था

Source : News Nation Bureau

आईएनएस विक्रमादित्य आग No Casualty INS Vikramaditya Minor fire
      
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