मिलिट्री हॉस्पिटल का चमत्कार, अधेड़ महिला ने दिया जुड़वा बच्चों को जन्म

जम्मू में 166 मिलिट्री हॉस्पिटल ने 50 वर्षीय एक महिला की जटिल गर्भावस्था को सफलतापूर्वक संभाला और मां एवं उसके जुड़वा बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की. सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जच्चा-बच्चा, दोनों खतरे से बाहर हैं और उन्हें चिकित्सीय निगरान

जम्मू में 166 मिलिट्री हॉस्पिटल ने 50 वर्षीय एक महिला की जटिल गर्भावस्था को सफलतापूर्वक संभाला और मां एवं उसके जुड़वा बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की. सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जच्चा-बच्चा, दोनों खतरे से बाहर हैं और उन्हें चिकित्सीय निगरान

author-image
nitu pandey
New Update
Twins

अधेड़ महिला ने दिया जुड़वा बच्चों को जन्म( Photo Credit : प्रतिकात्मक फोटो)

जम्मू में 166 मिलिट्री हॉस्पिटल ने 50 वर्षीय एक महिला की जटिल गर्भावस्था को सफलतापूर्वक संभाला और मां एवं उसके जुड़वा बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की. सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जच्चा-बच्चा, दोनों खतरे से बाहर हैं और उन्हें चिकित्सीय निगरानी में रखा गया है. अस्पताल के कमांडेंट ब्रिगेडियर देवेंद्र अरोड़ा ने कहा कि यह इस अस्पताल का बेहद चुनौतीपूर्ण मामला था जहां संसाधन सीमित थे.

Advertisment

उन्होंने बताया कि एक पूर्व सैनिक की पत्नी ने शादी के 30 साल बाद आईवीएफ के जरिए गर्भधारण किया था और यह दंपति इस अस्पताल में तब आया जब जम्मू के सभी अस्पतालों ने गर्भावस्था की जटिलताओं के चलते महिला को भर्ती करने से मना कर दिया था. ब्रिगेडियर अरोड़ा ने कहा, '166 मिलिट्री हॉस्पिटल में स्त्री रोग विशेषज्ञों की टीम ने इस दुर्लभ मामले से निपटने की चुनौती स्वीकार की. कौर के गर्भ में जुड़वा बच्चे थे और महिला की उम्र के चलते उन्हें हाइपोथाइरॉइडिज्म, गेसटेशनल डाइबिटीज मेलिटस और गर्भावस्था के कारण रक्तचाप बढ़ने जैसी बीमारियां थीं.'

इसे भी पढ़ें:महाराष्ट्र के पूर्व सीएम नारायण राणे का दावा- शिवसेना के 56 विधायकों में से 35 पार्टी से नाराज

उन्होंने बताया कि महिला का अस्पताल में इलाज चल रहा था और उनकी करीब से निगरानी की जा रही थी. 10 जनवरी की रात, महिला को अत्यधिक रक्तचाप बढ़ने के साथ ही प्लेटलेट घटने की शिकायत के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया. गर्भावस्था के आठवे महीने में उसे रक्तस्राव होने लगा था.

और पढ़ें:NASA में 17 साल के युवक ने इटर्नशिप के दौरान खोजा ऐसा ग्रह, जिसकी पूरी दुनिया में हो रही चर्चा

अधिकारी ने कहा कि दंपति बहुत परेशान था क्योंकि माता-पिता बनने की उनकी आखिरी आस, मां के स्वास्थ्य को तमाम तरह के जोखिम होने और उनके दोनों बच्चों का जीवन खतरे में था. लेकिन स्री रोग विशेषज्ञों ने स्थिति पर नियंत्रण पाकर दंपति की काउंसलिंग की. शनिवार को सी-सेक्शन के जरिए महिला को जुड़वा बच्चे - एक बेटा और एक बेटी- हुए.

Source : Bhasha

Jammu and Kashmir jammu military hospital middle aged woman
Advertisment