विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा है कि देश में हो रहे अवैध धर्मांतरण को रोकने के लिए देशव्यापी केन्द्रीय कानून बनाया जाए। इसके लिए हमारा प्रतिनिधि मंडल देश के सभी सांसदों से मिलकर अपना मांग पत्र सौंपेगा। साथ ही सभी मठों व मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने की अपील की है।
विहिप महामंत्री मिलिंद परांडे गुरूवार को राजधानी लखनऊ में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि धर्मांतरण पर संसद में केन्द्रीय कानून बनाने के लिए लिए विहिप विशेष सम्पर्क अभियान शुरू करेगी। इस अभियान के तहत विहिप का प्रतिनिधिमण्डल सम्पूर्ण देश के सांसदों से मिलकर केन्द्रीय कानून बनाने के लिए उनका समर्थन हासिल करेगा। विहिप का यह विशेष सम्पर्क अभियान 29 नवम्बर से 13 दिसम्बर तक चलेगा। उन्होंने कहा कि छल-कपट लोभ-लालच, प्रलोभन या बलपूर्वक धर्मांतरण भी एक अमानवीय दुष्कृत्य है। इसे रोका जाना चाहिए।
विहिप महामंत्री ने कहा कि पूरे देश के मंदिर सरकारी आधिपत्य से मुक्त हो। दानदाताओं द्वारा मठ-मंदिरों को दी गई जमीनों का उपयोग दूसरे कामों के लिए किया जा रहा है। समाज हित में इसका उपयोग नहीं हो रहा है। देश के सभी मंदिर हिंदू धर्म के प्रचार के केंद्र बनने चाहिए। मंदिरों के दान का उपयोग हिंदू संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए होना चाहिए। इसके लिए समाज के लोगों को आगे आकर सरकारों पर दबाव बनाना चाहिए कि वे मंदिरों के संचालन की जिम्मेदारी समाज को सौंपें। इसके लिए विश्व हिन्दू परिषद जनजागरण करेगी और यदि आवश्यकता हुई तो हम आंदोलन भी करेंगे।
उन्होंने कहा कि हिन्दुओं के शौर्य पराक्रम का जागरण करने के लिए विहिप गीता जयंती (14 दिसम्बर) को पूरे देश में शौर्य दिवस के रूप मनाएगी। गीता जयंती का कार्यक्रम विहिप के सात राष्ट्रीय कार्यक्रम में से एक है। गीता जयंती के दिन विहिप सम्पूर्ण देश में शौर्य यात्रा निकालेगी।
उन्होंने बताया कि स्वामी श्रद्धानन्द जी ने प्रयासपूर्वक हजारों ईसाई ,मुसलमानों की घरवापसी कराकर उन्हें हिन्दू धर्म में स्वीकारा। उनके इस अतुलनीय योगदान के लिए 23 दिसम्बर को स्वामी श्रद्धानन्द बलिदान दिवस को धर्म रक्षा दिवस के रूप में सम्पूर्ण देश में मनाने का निर्णय विहिप ने किया है।
विहिप महामंत्री ने कहा कि दुनियाभर में हिन्दू धर्म के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ा है। इसलिए जो भी व्यक्ति हिन्दू धर्म को अपनाना चाहे उन सभी का स्वागत है। हिन्दू सबके कल्याण की बात करता है। उन्होंने कहा कि संविधान के दायरे में हर कोई जो हिन्दू धर्म में आना चाहते हैं। उनकी रक्षा की जाएगी। शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी के हिन्दू बनने पर उन्होंने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि जो अपने मन से हमारे धर्म को अपनाएगा उसका स्वागत है। उसे सुरक्षा भी दी जाएगी।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS