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मिड-डे मील: एक लीटर दूध 80 बच्चों में कैसे बांटा, VIDEO में देखें

सोनभद्र जिले के एक प्राथमिक स्कूल में एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाया गया और उसे 80 बच्चों में बांटा गया. मामला बढ़ने के बाद इस मामले में शिक्षामित्र को बर्खास्त कर दिया गया और टीचर को निलंबित कर दिया गया.

Updated on: 29 Nov 2019, 01:42 PM

सोनभद्र:

सोनभद्र. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सोनभद्र जिले के प्राइमरी स्कूल में मिड-डे मील में भारी अनियमितता का मामला सामने आया है. जिले के चोपन ब्लॉक स्थित सलईबनवा प्राथमिक स्कूल में बुधवार को एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाया गया और उसे 80 बच्चों में बांटा गया. मीडिया में मामले सामने आने के बाद ही इस पर विवाद हो गया. इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ट्वीट करते ही प्रशासन हरकत में आ गया और इस मामले में शिक्षामित्र को बर्खास्त कर दिया गया और शिक्षक को निलंबित कर दिया.

एक लीटर दूध 80 बच्चों में बांटा
सलईबनवा प्राथमिक स्कूल में बच्चों को मिड डे मील के मेन्यू के अनुसार खाना दिया. मेन्यू के तहत बच्चों को दूध भी दिया जाना था. स्कूल की रसोईया ने बताया कि उसे एक ही लीटर दूध उपलब्ध कराया गया. चूंकि मेन्यू के तहत बच्चों को दूध भी दिया जाना था तो उसने बाल्टी में एक लीटर दूध मिलाकर उसे बच्चों को दे दिया.

जैसे ही मामला मीडिया को मिला तो आनन फानन में एबीएसए मुकेश कुमार मौके पर पहुंचे और भूल सुधार करते हुए बच्चों में दोबारा दूध बांटा गया था. उन्होंने बताया कि इस मामले में प्रथम दृष्टया तो गलती शिक्षामित्र की लगती है और उसे बर्खास्त कर दिया गया है. इसके साथ ही प्राथमिक टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है. पूरे मामले में अब खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है.

शुरू हुई राजनीति
मामला सामने आने के बाद इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस मसले पर राज्य सरकार को घेरा है. अखिलेश ने ट्वीट किया, 'दिखावटी भाजपा सरकार,मिलावटी पोषण-आहार!'

अखिलेश के अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी ट्वीट कर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने लिखा कि मिड-डे मील में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी यूपी को बताया था.