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अब 'मामा' के सितारे गर्दिश में, मेहुल चोकसी की एंटीगुआ-बारबुडा नागरिकता रद्द

नीरव मोदी (Nirav Modi) के ब्रिटेन से भारत को प्रत्यपर्ण को हरी झंडी मिली, तो अब मामा मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) की कैरेबियाई राष्ट्र के निवेश कार्यक्रम (CIP) के तहत मिली नागरिकता को एंटीगुआ और बारबुडा ने रद्द कर दिया है.

Updated on: 01 Mar 2021, 08:56 AM

highlights

  • सीआईपी के तहत मिली मामा मेहुल चोकसी की एंटीगुआ-बारबुडा नागरिकता रद्द
  • कुछ ही दिन पहले भांजे नीरव मोदी को प्रत्यर्पण के मामले में ब्रिटेन में लगा झटका
  • गारंटी पत्र से मामा-भांजे की जोड़ी ने लगाया था पीएनबी को 14 हजार करोड़ का चूना

नई दिल्ली:

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को बड़ा चूना लगाने वाले मामा-भांजे की जोड़ी के सितारे गर्दिश में आ गए हैं. पहले पहल हीरा कारोबारी भांजे नीरव मोदी (Nirav Modi) के ब्रिटेन से भारत को प्रत्यपर्ण को हरी झंडी मिली, तो अब मामा मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) की कैरेबियाई राष्ट्र के निवेश कार्यक्रम (CIP) के तहत मिली नागरिकता को एंटीगुआ और बारबुडा ने रद्द कर दिया है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही फरवरी में पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी पर हुई छापेमारी में प्रवर्तन निदेशालय ने 14 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त की थी. चोकसी लंबे समय से एंटीगुआ और बारबुडा में रह रहा है. बैंक के साथ धोखाधड़ी के मामले में पार्टनर इन क्राइम मेहुल चोकसी रिश्ते में नीरव मोदी का मामा है. नीरव मोदी भी 13,500 करोड़ रुपये से अधिक के इस कथित धोखाधड़ी मामले में एक अन्य मुख्य आरोपी है, जिसके ब्रिटेन (Britain) से भारत लाए जाने का रास्ता धीरे-धीरे साफ हो रहा है. 

ब्रिटिश अदालत ने दी नीरव के प्रत्यर्पण को मंजूरी, हालांकि अभी लगेगा समय
हाल ही में बिट्रेन की एक अदालत में नीरव मोदी के भारत को प्रत्यर्पण का रास्ता साफ कर दिया है. हालांकि तकनीकी पेंच-ओ-खम की वजह से नीरव के पास इस फैसले के खिलाफ अपील करने का अधिकार है, लेकिन इतना तय हो चुका है कि होम सेक्रेटरी के पास भेजे गए मामले में भी उसे राहत नहीं मिलने वाली है. फिलहाल रेड कॉर्नर नोटिस के तहत पकड़ा गया नीरव मोदी लंदन की वांड्सवर्थ जेल में बंद है. प्रत्यर्पण को लेकर कोर्ट के फैसले पर गृह मंत्री प्रीति पटेल आखिरी मोहर लगाएंगी. इसके बाद भारत के इस वांटेड भगोड़े को मुंबई जेल लाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. अदालती फैसले के बाद नीरव मोदी के पास ऊपरी अदालत में जाने का विकल्प है. फैसले के खिलाफ वह हाईकोर्ट में अपील कर सकता है, जिसके लिए उसके पास 28 दिनों का वक्त है. हाईकोर्ट से झटका लगने के बाद वह मानवाधिकार कोर्ट जा सकता है. इसके अलावा उसके पास मानवाधिकारों की बात करते हुए यूरोपीय अदालत में जाने का विकल्प होगा. 

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पीएनबी को 14 हजार करोड़ का लगाया चूना
गौरतलब है कि नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक में करीब 14 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक के लोन की धोखाधड़ी की. यह धोखाधड़ी गारंटी पत्र के जरिए की गई. उस पर भारत में बैंक घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग के तहत दो प्रमुख मामले सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने दर्ज ‍किए हैं. इसके अलावा कुछ अन्य मामले भी उसके खिलाफ भारत में दर्ज हैं. हीरा कारोबार से पहचान बनाने वाला नीरव मोदी मूल रूप से गुजरात के रहने वाला है. उसके पिता हीरे के व्यापार से जुड़े थे और इसे ही नीरव मोदी ने आगे बढ़ाया. नीरव तब खासे चर्चा में आया, जब 2010 में नीलामी में नीरव मोदी की कंपनी फायर स्टार डायमंड का गोलकुंडा नेकलेस 16.29 करोड़ रुपये में बिका. 2016 की फोर्ब्स की सूची के अनुसार, 11, 237 करोड़ की संपत्ति के मालिक नीरव देश के सबसे रईस लोगों की सूची में 46वें स्थान पर था.