जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगरा में हाल ही में देशद्रोह के आरोप में कश्मीरी छात्रों की गिरफ्तारी के बारे में पत्र लिखा और मामले में उनके हस्तक्षेप की मांग की।
पत्र में महबूबा ने कहा, मैं आपको जम्मू एवं कश्मीर की खतरनाक स्थिति के बारे में गहरी निराशा और चिंता के साथ लिख रही हूं। अभी कुछ समय पहले जब आपने दिल्ली में एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की थी, तो आपने दिल्ली और जम्मू-कश्मीर के बीच दिल की दूरी को हटाने का इरादा व्यक्त किया था।
महबूबा ने कहा कि पीडीपी की अध्यक्ष के रूप में उन्होंने कुछ विश्वास निर्माण उपायों का सुझाव दिया है, जो जम्मू-कश्मीर के लोगों को राहत की सांस प्रदान करेगा।
पत्र में आगे कहा गया है कि राज्य में छापेमारी, गिरफ्तारी, हत्याओं का सिलसिला बेरोकटोक जारी है, दमन का स्तर और राज्य की असहिष्णुता एक नए निचले स्तर पर पहुंच गई है।
अपने पत्र में उन्होंने आगे कहा कि ऐसी उम्मीदें थीं कि गृह मंत्री की हाल की जम्मू-कश्मीर यात्रा से कुछ सार्थक निकलेगा, खासकर यहां के युवाओं के बारे में उनके बयान के बाद यह आशा की जा रही थी, मगर इसके बजाय जो हुआ, वह चौंकाने वाला और चिंताजनक है। भारत और पाकिस्तान के बीच एक दोस्ताना क्रिकेट मैच, जो लगातार लॉकडाउन, इंटरनेट के बंद होने और आवाजाही पर प्रतिबंध के कारण यहां के लोगों के लिए मनोरंजन का एक स्रोत था, युवाओं के खिलाफ केवल जीतने वाले पक्ष के लिए खुशी जाहिर करने के लिए कठोर यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया।
उन्होंने आगे कहा कि एमबीबीएस जैसे पेशेवर कोर्स कर रहे हमारे प्रतिभाशाली युवाओं को निशाना बनाया गया है और उन्हें खिलाफ आतंकवाद रोधी कानूनों के साथ निशाना बनाया गया है।
महबूबा ने आगरा में तीन छात्रों को गिरफ्तार करने का मुद्दा उठाते हुए केंद्र सरकार की आलोचना भी की। उन्होंने जोर दिया वे किसी भी ऐसी गतिविधि में शामिल नहीं थे, जिसे राष्ट्रविरोधी माना जा सकता है।
बता दें कि टी-20 विश्व कप क्रिकेट मैच में कथित तौर पर भारत की हार का जश्न मनाने वाले कश्मीरी छात्रों की गिरफ्तारी के संबंध में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है। महबूबा ने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह करते हुए कहा है कि मैं आपसे इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध करती हूं ताकि इन युवाओं का भविष्य खराब न हो।
महबूबा मुफ्ती ने जिन तीन छात्रों के संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा उन्होंने उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में भारत पर पाकिस्तान की जीत का कथित रूप से जश्न मनाया था।
उन्होंने पत्र में आगे लिखा है कि देशभक्ति और वफादारी की भावना को करुणा के साथ विकसित किया जाना चाहिए और इसे लाठी या बंदूक के बल से मजबूरी में नहीं किया जा सकता है।
पत्र में कहा गया है, इस तरह की दंडात्मक कार्रवाई युवा पीढ़ी और देश के बाकी हिस्सों में भी अविश्वास और अलगाव की भावना को और बढ़ाएगी।
बता दें कि भारत पाकिस्तान के बीच 24 अक्टूबर को टी-20 मैच हुआ था और आरोप है कि पाकिस्तान की जीत के बाद तीनों कश्मीरी छात्रों ने देश विरोधी गतिविधि की थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर कथित तौर पर भड़काऊ वीडियो शेयर किए थे।
अब इन छात्रों के बचाव में आगे आते हुए महबूबा ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में आगे कहा, मैं आपसे आग्रह करती हूं कि आप हस्तक्षेप करें, ताकि इन युवाओं का उज्जवल भविष्य खराब न हो।
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Source : IANS