जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पाकिस्तान से अच्छे संबंध चाहती हैं। वो देश के होने वाले पीएम इमरान ख़ान के साथ बेहतर रिश्ते कायम करना चाहती हैं, ताकि कश्मीर मुद्दा हल हो सकें। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के 19वें स्थापना दिवस पर कई बार वो मोदी सरकार से अपील करती नज़र आईं तो कई बार निशाना साधतीं।
पीडीपी के स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए महबूबा ने कहा,'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मैं अपील करती हूं कि वो इमरान ख़ान के साथ मजबूत दोस्ती का अवसर पैदा करें ताकि दोनों देश मजबूत हो और बातचीत के जरिए दूसरी समस्याओं का हल निकाला जा सके।'
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महबूबा ने हुर्रियत नेताओं से भी बातचीत की भी अपील मोदी सरकार से की है। उन्होंने कहा कि जिस तरह रमजान के महीने में केंद्र सरकार ने मेरी अपील पर सीजफायर जैसा कदम उठाया था, उसी तरह हुर्रियत नेताओं से भी टेबल के जरिए बातचीत करें।'
इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी और आरएसएस का नाम लिए बिना कहा,'कश्मीर मुद्दे की समस्या को हल करने के लिए मैं हमेशा आवाज़ उठाती रही। लेकिन कुछ लोग धारा 370 और 35 ए का नाम लेकर इसे दबा देते थे।
उन्होंने आगे कहा, 'मेरे पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद जिन्होंने दो बार जम्मू-कश्मीर की कमान संभाली वो हमेशा बातचीत के पक्षधर रहें। कई सालों तक उन्होंने कश्मीर समस्या का हल निकालने के लिए पाकिस्तान से बातचीत की। मेरे पिता जी और मैं हमेशा घाटी में शांति चाहते रहे। इसलिए पाकिस्तान से बातचीत के पक्ष में केंद्र से निवेदन करते आ रहे हैं। लेकिन ना तो उनके पास और ना ही मेरे पास इस मुद्दे को हल करने की शक्ति दी गई है।
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उन्होंने आंतकवाद निरोधी अधिनियम 2002(पोटा) पर कहा कि सत्ता में रहने के दौरान कई बार पोटा हटाने की मांग की ताकि आंतकवाद को खत्म किया जा सके। लेकिन राजनीतिक चाहत में कई नेताओं ने इसे रोक दिया।
लेकिन हम अभी भी ट्रास्क फोर्स को नियंत्रण में करने और पोटा को हटाने की दिशा में कदम उठा रहे हैं, ताकि घाटी के लोगों का जीवन आसान किया जा सके।
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Source : News Nation Bureau