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पीएम मोदी ने शाह और नड्डा के साथ किया यूपी चुनाव पर मंथन!

उत्तर प्रदेश के मौजूदा घटनाक्रम को लेकर ये मुलाकात महत्वपूर्ण मानी जा रही है. दरअसल, उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी है.

Updated on: 11 Jun 2021, 10:48 PM

नई दिल्ली:

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सायं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की. इससे पूर्व दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक की थी. सूत्रों का कहना है कि वर्ष 2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की यह बेहद अहम बैठक हुई है. इसमें उत्तर प्रदेश चुनाव की रणनीति पर मंथन हुआ. उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है. 2022 की सफलता पर ही वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव की सफलता टिकी है. ऐसे में भाजपा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बहुत संजीदगी बरत रही है. ऐसे में भाजपा संगठन स्तर पर लगातार बैठकें कर रणनीति बनाने में जुटी है.

इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी गुरुवार से दो दिवसीय दिल्ली दौरा हुआ. पहले दिन गुरुवार को योगी आदित्यनाथ ने जहां गृहमंत्री अमित शाह से भेंट की. दोनों नेताओं के बीच उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हालात को लेकर काफी देर तक मंत्रणा चली. वहीं शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की. सूत्रों का कहना है कि इस दौरान भी दोनों नेताओं के बीच उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर विचार-विमर्श हुआ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान उत्तर प्रदेश में कोरोना रोकथाम के मॉडल के बारे में भी प्रधानमंत्री मोदी को बताया.

दरअसल, यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पीएम आवास में सीएम योगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बैठक हुई. दोनों के बीच तकरीबन 80 मिनट तक बात हुई. सीएम योगी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की. दिल्ली में योगी की मैराथन बैठक को देखते हुए यूपी में कैबिनेट विस्तार होना तय माना जा रहा है.

इससे पहले संगठन और सरकार में बदलाव को लेकर लग रहे कयासों को विराम देते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सीएम योगी के साथ लंबी बैठक की. यूपी में करीब एक महीने से योगी सरकार के खिलाफ पार्टी के भीतर से ही विरोध के सुर उभर रहे हैं. ऐसे में योगी का दिल्ली आना और शाह और पीएम से मुलाकात काफी अहम है.