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दिल्ली हिंसा पर OIC का बयान गुमराह करने वाला, भारत ने लगाई लताड़

दिल्ली हिंसा पर इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने प्रतिक्रिया दी जिसपर भारतीय विदेश सचिव रवीश कुमार (Raveesh kumar) ने कड़ी आपत्ति जताई है. रवीश कुमार ने कहा कि OIC का बयान गैरजिम्मेदाराना है.

Updated on: 27 Feb 2020, 05:42 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली हिंसा पर इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने प्रतिक्रिया दी जिसपर भारतीय विदेश सचिव रवीश कुमार (Raveesh kumar) ने कड़ी आपत्ति जताई है. रवीश कुमार ने कहा कि OIC का बयान गैरजिम्मेदाराना है. ओआईसी के बयान को तथ्यहीन और गुमराह करने वाला करार दिया.

रवीश कुमार ने कहा, 'OIC का बयान तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रम पैदा करने वाला है. स्थिति सामान्य करने के लिए जमीन पर प्रयास किए जा रहे हैं. हम इन निकायों से गैर-ज़िम्मेदाराना बयान जारी न करने का आग्रह करते हैं.'

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प्रधानमंत्री ने भी सार्वजनिक रूप से शांति व भाईचारे की अपील की है

रवीश कुमार आगे ने कहा, 'इसके कारण क्या थे, यह क्यों हुआ, ये निश्चित रूप से जांच के विषय हैं.यहां ध्यान देना जरूरी है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां ज़मीनी स्तर पर काम कर रही हैं. वे स्थिति को सामान्य करने के लिए काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने भी सार्वजनिक रूप से शांति व भाईचारे की अपील की है.'

बता दें कि ओआईसी (OIC) ने दिल्ली हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए खास समुदाया के साथ कथित भेदभाव को लेकर टिप्पणी की थी.

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राखीन राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ही हैं समझौता है

म्यांमार के राष्ट्रपति यू विन मिंत और पीएम मोदी ने भारत की पूर्व यात्रा के दौरान रोहिंग्या मुद्दे पर चर्चा की थी? इसके जबाव में MEA रवीश कुमार ने कहा कि यदि आप हस्ताक्षर किए गए MoU की संख्या को देखेंगे, तो उनमें से 4-5 समझौता ज्ञापन सिर्फ राखीन राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ही हैं.

चीन और जापान से भारतीय नागरिकों को निकाला गया

वहीं कोरोना वायरस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'वूहान, चीन और जापान से 195 भारतीयों और 41 विदेशी नागरिकों को आज सुबह दो विशेष उड़ान में भारत लाया गया. अब तक कुल 842 भारतीयों और 48 विदेशी नागरिकों को चीन और जापान से निकाला गया है.