अमेरिका का हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सलाहुद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किये जाने के वक्त 'भारत प्रशासित कश्मीर' के इस्तेमाल पर जताई गई आपत्ति पर विदेश मंत्रालय ने सफाई दी है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस शब्द का इस्तेमाल पहली बार नहीं किया गया है और ये भारत के रुख को पुख्ता करता है।
अमेरिका के इस शब्द के इस्तेमाल पर कांग्रेस ने सवाल उठाया था और कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका की यात्रा के दौरान इस्तेमाल किये गए इस शब्द से कश्मीर पर भारत की स्थिति कमज़ोर होती है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा, 'भारत प्रशासित कश्मीर शब्द के इस्तेमाल से हमारे रुख को मज़बूती मिलती है कि सैयद सलाहुद्दीन भारत में सीमापार से हो रहे आतंकवाद में शामिल है। इससे पहले भी अमेरिका ने भारत में सीमापार से हो रहे आतंकवाद पर जारी की गई अपनी दूसरी रिपोर्ट में इस शब्द का इस्तेमाल किया है। आतंकवाद पर 2010-2013 में जारी रिपोर्ट्स में भी इसका इस्तेमाल किया गया है।'
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बयान में कहा गया है कि पूरा जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और ये पूरी दुनिया भारत के इस रुख को जानती है।
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बयान में कहा गया है कि अमेरिका द्वारा सैयद सलाहुद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किये जाने का भारत स्वागत करता है।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की मुलाकात के बादी जारी किये गए साझा बयान में आतंक के खिलाफ लड़ाई को लेकर प्रतिबद्धता जताई गई है।
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Source : News Nation Bureau