चार राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने साफ कह दिया कि किसी भी कीमत पर कांग्रेस के साथ गठबंधन संभव नहीं है. इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर भी जमकर बरसे. दोनों पार्टियों पर आरोप लगाते हुए बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी की मानसिकता जातिवादी है. मायावती ने कहा कि दोनों पार्टियां चाहती है कि बीएसपी को खत्म कर दिया जाए.
विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चाहते हैं कि बीएसपी के साथ गठबंधन हो लेकिन उनके नेता दिग्विजय सिंह के रहते ऐसा संभव नहीं है.
दिग्विजय सिंह पर एक के बाद एक आरोप मढ़ते हुए बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि वह बीजेपी के एजेंट की तरह काम करते हैं. साथ ही कहा कि दिग्विजय सिंह की नाकामियों के कारण ही गोवा में कांग्रेस की सरकार नहीं बनी.
अपने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मायावती ने यह भी कहा कि पीठ में छुरा घोंपना कांग्रेस की पुरानी आदात है. उन्होंने साफ कर दिया कि राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीएसपी खुद के बूते चुनावी मैदान में उतरेगी.
मायावती ने कहा, 'जैसा उनकी पार्टी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में क्षेत्रीय पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा, वैसा ही वह अन्य राज्यों में करेगी। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीएसपी अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। हमारा कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा।'
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने गुजरात चुनाव परिणाम से कोई सबक नहीं लिया है. पिछले परिणामों से साफ पता चलता है कि जहां बीजेपी का सीधा मुकाबला कांग्रेस से रहा, वहां बीजेपी ने आसानी से जीत दर्ज की.'
मायावती ने कहा कि कांग्रेस को गलतफहमी है कि वह अकेले ही बीजेपी के साम, दाम, दंड, भेद और ईवीएम जैसी चालों से पार पाकर जीत हासिल कर लेगी, जो काफी हास्यास्पद है.
बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर करारा हमला बोला और कहा कि दोनों पार्टियों की मानसिकता जातिवादी है. साथ ही अपनी पार्टी को लेकर कहा कि बीएसपी संघर्षों से निकली हुई पार्टी है.