'बुलडोजर' पर योगी सरकार के खिलाफ मायावती व ओवैसी ने दिया ये बड़ा बयान

जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज में हिंसा के बाद योगी सरकार ने एक बार फिर से कथित आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके घरों को बुलडोजर से ध्वस्त करना शुरू कर दिया है. वहीं, सरकार के इस कार्रवाई के खिलाफ विपक्षी दल एकजुट होती नजर आ रही है.

जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज में हिंसा के बाद योगी सरकार ने एक बार फिर से कथित आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके घरों को बुलडोजर से ध्वस्त करना शुरू कर दिया है. वहीं, सरकार के इस कार्रवाई के खिलाफ विपक्षी दल एकजुट होती नजर आ रही है.

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Iftekhar Ahmed
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'बुलडोजर' पर योगी सरकार के खिलाफ मायावती और ओवैसी ने दिया ये बड़ा बयान( Photo Credit : News Nation)

पैगम्बर मुहम्मद साहब (Prophet Muhammad (PBUH)) के खिलाफ भाजपा के बर्खास्त प्रवक्ता नूपुर शर्मा (NOopur Sharma) और नेता नवीन जिंदल (Naveen Jindal) के विवादित बयान के खिलाफ पिछले शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज में हिंसा के बाद योगी सरकार ने एक बार फिर से कथित आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके घरों को बुलडोजर से ध्वस्त करना शुरू कर दिया है. वहीं, सरकार के इस कार्रवाई के खिलाफ विपक्षी दल एकजुट होती नजर आ रही है. विपक्षी पार्टियां इसे देश के संविधान, कानून के राज और अदालत का माखौल करा दिया है. वहीं, राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी ने इसे गुडा राज करार दिया है. 

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विरोध को कुचलने के लिए आतंक का माहौल बना रही सरकार: मायावती
बुलडोजर की कार्रवाई का विरोध करते हुए बसपा प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) ने सोमवार को एक के बाद एक कई ट्वीट किए उन्होंने लिखा कि यूपी सरकार एक समुदाय विशेष को टारगेट करके बुलडोजर विध्वंस व अन्य द्वेषपूर्ण आक्रामक कार्रवाई कर विरोध को कुचलने एवं भय व आतंक का जो माहौल बना रही है, यह अनुचित व अन्यायपूर्ण है. घरों को ध्वस्त करके पूरे परिवार को टारगेट करने की दोषपूर्ण कार्रवाई का कोर्ट जरूर संज्ञान ले. इसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट कर लिखा कि जब समस्या की मूल जड़ नूपुर शर्मा व नवीन जिन्दल हैं,  जिनके कारण देश का मान-सम्मान प्रभावित हुआ व हिंसा भड़की, उनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं करके सरकार द्वारा कानून के राज का उपवास क्यों? दोनों आरोपियों को अभी तक जेल नहीं भेजना घोर पक्षपात व दुर्भाग्यपूर्ण है. तत्काल गिरफ्तारी जरूरी.इसके आगे उन्होंने लिखा कि सरकार द्वारा नियम-कानून को ताक पर रखकर आपाधापी में किए जा रहे बुलडोजर विध्वंसक कार्रवाई में न केवल बेगुनाह परिवार पिस रहे हैं, बल्कि निर्दोषों के घर भी ढह दिए जा रहे हैं. इसी क्रम में पीएम आवास योजना के मकान को भी ध्वस्त कर देना काफी चर्चा में रहा, ऐसी ज्यादती क्यों? इसके बाद उन्होंने लिखा कि  देश में सभी धर्मों का सम्मान जरूरी है. किसी भी धर्म के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल उचित नहीं है. इस मामले में भाजपा को भी अपने लोगों पर सख्ती से शिकंजा कसना चाहिए. केवल उनको सस्पेंड व निकालने से काम नहीं चलेगा, बल्कि उनको सख्त कानूनों के तहत जेल भेजना चाहिए. उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा कि इतना ही नहीं, बल्कि कानपुर में अभी हाल ही में जो हिंसा हुई है, उसकी तह तक जाना बहुत जरूरी है. साथ ही, इस हिंसा के विरुद्ध हो रही पुलिस कार्रवाइयों में निर्दोष लोगों को परेशान न किया जाए, बीएसपी की यह भी मांग.

 मुसलमानों को सामूहिक सजा दे रही है सरकार : ओवैसी
प्रयागराज में हिंसा के कथित आरोपियों के घरों को बुलडोजर से ढहाने पर AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बन चुके हैं. वह अब किसी को भी दोषी करार देंगे और घर तोड़ देंगे? जो घर तोड़ा गया है वह तथाकथित आरोपी की पत्नी के नाम है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को सामूहिक रूप से सजा दी जा रही है. 

अजायब-घर में ले जाकर रख दो ‘इंसाफ़ की तराज़ू’ कोः अखिलेश
बुलडोजर की कार्रवाई पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि अब अजायब-घर में ले जाकर रख दो ‘इंसाफ़ की तराज़ू’ को और कर दो ऐलान हुक्मरानों ने ही ले लिया है कानून हाथों में. इसके आगे उन्होंने लिखा कि ये कहां का इंसाफ है कि जिसकी वजह से देश में हालात बिगड़े और दुनिया भर से शक्त प्रतिक्रिया हुई वो सुरक्षा के घेरे में हैं और शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को बिना वैधानिक जांच पड़ताल के बुलडोजर से सजा दी जा रही है. आगे उन्होंने लिखा कि इसकी अनुमति न हमारी संस्कृति देती है, न धर्म, न विधान, न संविधान.

राज्य प्रायोजित गुंडागर्दी का प्रतीक है बुलडोजर : जयंत चौधरी
हिंसा के कथित आरोपियों के घरों  को ढहाने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा है कि बुलडोजर कानून का राज लागू नहीं कर रहा है. बल्कि यह राज्य प्रायोजित गुंडागर्दी का प्रतीक बन गया है!.

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300 से ज्यादा संदिग्ध आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तार


दरअसल, ये बयान ऐसे वक्त में आए है, जब प्रयागराज हिंसा के कथित मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद उर्फ पंप के कथित अवैध घर पर बुलडोजर प्रशासन की ओर से बुलडोजर चलाया जा रहा है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस हिंसा में शामिल लोगों को गिरफ्तार व उन पर कार्रवाई करने में जुटी हुई है. सूबे की पुलिस ने अब तक 300 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनमें प्रयागराज से 91, हाथरस से 51, सहारनपुर से 71, मुरादाबाद से 34, फिरोजाबाद से 15, अलीगढ़ से छह, अम्बेडकरनगर से 34 और जालौन से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन सभी के खिलाफ पथराव, माहौल बिगाड़ने तथा लोगों को भड़काने में लिप्त होने का आरोप है. बवाल करने वालों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार चल रही है. फिलहाल, इन सभी जिलों के हिंसा वाले इलाकों में हालात सामान्य है और सख्त सुरक्षा व्यवस्था की वजह से हालात काबू में हैं.

HIGHLIGHTS

  • उत्तर प्रदेश में हिंसा के कथित आरोपियों के मकान किए जा रहे ध्वस्त
  • विपक्ष ने कार्रवाई को बताया संविधान और कानून का मखौल
  • धर्म के आधार पर लोगों को प्रताड़ित करने का लगाया आरोप
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