ऑल इंडिया पर्सनल मुस्लिम लॉ बोर्ड (AIMPLB) के पूर्व सदस्य मौलाना सलमान नदवी ने अयोध्या विवाद से ख़ुद को अलग कर लिया है।
शुक्रवार को इस बारे में जानाकारी देते हुए नदवी ने कहा कि वह ख़ुद को इस मुद्दे से अलग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह कोर्ट के फ़ैसले का इंतज़ार करेंगे।
बता दें कि अयोध्या विवाद को सुलझाने की कोशिश में जुटे आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने गुरुवार को मौलाना सलमान हुसैनी नदवी से मुलाक़ात की थी।
शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए नदवी ने कहा, 'मैं ख़ुद को राम मंदिर मुद्दे से अलग करता हूं। हमलोग कोर्ट के फ़ैसले का इंतज़ार करेंगे।'
वहीं AIMPLB में वापस लौटने को लेकर उन्होंने कहा, 'मैं असदुद्दीन ओवैसी, कमाल फ़ारुक़ी समेत 4 लोगों को संगठन से बाहर भेजने की स्थिति में ही वापस लौटूंगा।'
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इससे पहले मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मौलाना सलमान हुसैनी नदवी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वह ऑल AIMPLB में दरार डालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारों पर काम कर रहे हैं।
बता दें कि सलमान नदवी ने अयोध्या मामले को अदालत के बाहर सुलझाने की पहल की थी। इस पर उन्हें ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से बर्खास्त कर दिया गया।
नदवी ने श्री श्री से बेंगलुरू में मुलाकात की थी और मस्जिद को विवादित स्थल से दूर कहीं और बनाने की बात कही थी। इससे बोर्ड के सदस्य नाराज थे। बोर्ड को अदालत के फैसले का इंतजार है।
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Source : News Nation Bureau