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आतंकवादी मसूद अजहर
Masood Azhar Dead: भारत के लिए अच्छी खबर है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलवामा हमले के मास्टरमाइंट आतंकवादी मौलाना मसूद अजहर मारा गया है. इटली की एक पत्रकार ने बताया कि 23 जून को रावलपिंडी के एमिरेट्स आर्मी अस्पताल में सिलेंडर ब्लास्ट हुआ था, जिसकी चपेट में आने से जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर की मौत हो गई. हालांकि, सूत्रों के हवाले से उन्होंने बताया कि पाकिस्तान सेना ने ही मसूद अजहर को मरवाया है.
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न्यूज एजेंसी एएनआई पर इटली की पत्रकार फ्रांसिस्को मरीनो का मसूद अजहर (masood azhar) के बारे में क्या है सच नाम से एक रिपोर्ट छपी है. इस रिपोर्ट में फ्रांसिस्का मरीनो ने दावा किया है कि मसूद अजहर का पाकिस्तान आर्मी के रावलपिंडी स्थित अस्पताल में इलाज चल रहा था. किडनी फेल होने से मसूद अजहर को भर्ती किया गया था. गौरतलब है कि 23 जून 2019 को रावलपिंडी अस्पताल में देर रात ब्लास्ट हुआ था, जिसमें करीब 10 लोग घायल हो गए थे. इस ब्लास्ट में मौलाना मसूद अजहर की मौत हो गई.
मरीनो ने छपी रिपोर्ट में बताया, यूके के एंटी टेरेरिस्ट थिंक टैंक के फरान जाफरी ने ट्वीट किया और बताया कि यह ब्लास्ट अस्पताल प्रशासन के मैकेनिकल फेलियर से हुआ था और मसूद अजहर को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया. इसके बाद वहां के स्थानीय समाचार वेबसाइट द बलूचवरना ने ट्विटर और आर्टिकल के माध्यम से बताया कि मसूद अजहर की मौत हो गई.
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पाकिस्तानी मुहाजिरों की पार्टी मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट के संस्थापक अध्यक्ष अल्ताफ हुसैन ने 6 जुलाई को ही एक ट्वीट में आर्मी अस्पताल में धमाके में मसूद अजहर की मौत की चर्चा करते हुए कहा था कि कराची के महमूदाबाद मस्जिद में मसूद अजहर की डेड बॉडी के बिना ही जनाजे की नमाज पढ़ने की खबर है. अल्ताफ हुसैन ने पाकिस्तानी आर्मी के प्रवक्ता से कहा था कि वो चुप क्यों है और इस चर्चा पर मुंह क्यों नहीं खोल रहा है. अल्ताफ हुसैन फिलहाल निर्वासित होकर लंदन में रह रहे हैं.
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बता दें कि फ्रांसिस्का मरीनो रोम की वही पत्रकार हैं जिन्होंने दो महीने पहले भारतीय वायुसेना की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के 130-170 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया था. वहीं, अल्ताफ हुसैन की पार्टी एमक्युएम के नेता नदीम अहसन ने भी एक ट्वीट में आर्मी अस्पताल के धमाके में मौलाना मसूद अजहर के मारे जाने की चर्चा करते हुए करांची के महमूदाबाद मस्जिद को चुनौती दी थी कि वो इस बात का खंडन करे या पुष्टि करे कि मस्जिद में मसूद अजहर के जनाजे की नमाज पढ़ी गई है या नहीं.
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फ्रांसिस्को मरीनो ने अपने पाकिस्तान में अपने सूत्रों से मसूद अजहर के मारे जाने का पता लगाया. जिसमें यह बात सामने आई कि पाकिस्तानी सेना ने ही जैश ए मोहम्मद चीफ मौलाना मसूद अजहर को मरवाया है. 1 मई को संयुक्त राष्ट्र ने मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट की लिस्ट में शामिल कर किया था. फ्रांसिस्को मरीनो ने एएनआई में छपी रिपोर्ट में बताया है कि मसूद अजहर को यूएन द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित करने के बाद पाकिस्तानी सेना को उसका सपोर्ट करना शर्मनाक लग रहा था.
गौरतलब है कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. इसके बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर जैश के ठिकानों को तबाह कर दिया था. मई 2019 में इटैलियन पत्रकार फ्रांसिस्को मरीनो ने दावा किया था कि बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक में जेईएम के 130-170 आतंकवादी मारे गए थे.
Source : News Nation Bureau