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राजकीय सम्मान के साथ शहीदों को अंतिम विदाई, परिवार वालों ने कहा बदला ले सरकार

शहीद नायब सुबेदार परमजीत सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ मंगलवार को उनके गांव तरनतारण में कर दिया गया।

Updated on: 02 May 2017, 05:22 PM

highlights

  • शहीद नायब सुबेदार परमजीत सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ मंगलवार को उनके गांव तरनतारण में कर दिया गया
  • शहीद परमजीत सिंह का पार्थिव शरीर जम्मू से उनके गांव तरनतारण लाया गया लेकिन परिवार उनके पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन नहीं कर पाया

New Delhi:

शहीद नायब सुबेदार परमजीत सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ मंगलवार को उनके गांव तरनतारण में कर दिया गया।  शहीदों के परिवार वालों ने केंद्र सरकार से पाकिस्तान से बदला लिए जाने की गुहार लगाई है।

शहीद परमजीत सिंह का पार्थिव शरीर जम्मू से उनके गांव तरनतारण लाया गया लेकिन परिवार उनके पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन नहीं कर पाया। उनके परिवार वालों ने कहा, 'यह किसका शव है? हमें शव को नहीं देखने दिया जा रहा है, क्यों?'

शहीद परमजीत सिंह का सिर वापस लाने की जिद पर अड़ा हुआ था लेकिन सेना ने अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनाया और फिर उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

शहीद परमजीत का परिवार उनका शरीर देखना चाहता था लेकिन सेना ने शरीर न देखने के लिए उन्हें मनाया।

वहीं यूपी के देवरिया के शहीद प्रेम सागर को भी अंतिम विदाई दी गई। शहीद प्रेम सागर की बेटियां भी पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि हमें एक सिर के बदले 50 सिर चाहिए।

जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में सोमवार को नियंत्रण रेखा के पास पाक सेना का एक दल भारतीय सीमा में 250 मीटर तक भीतर घुस आया और उसने बर्बरतापूर्ण हमला करते हुए दो सैनिकों की जान लेकर उनके शव को क्षत-विक्षत कर दिया था।

दिल्ली में बैठकों का दौर जारी

 

इसके साथ ही देश भर में पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग जोर पकड़ती जा रही है। एलओसी पर तनाव की स्थिति औऱ पाकिस्तान के उकसावे की कार्रवाई के बाद दिल्ली में हाई प्रोफाइल बैठकों का दौर जारी रहा।

रक्षा मंत्री ने जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नियंत्रण रेखा के हालात की जानकार दी वहीं जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने भी गृह मंत्री से मुलाकात कर उन्हें राज्य के कानून और व्यवस्था के हालात की जानकारी दी।

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