आरक्षण सीमा को 50% से बढ़ाकर 75% करने को लेकर संसद में बने कानून: रामदास अठावले

उन्होंने कहा है कि आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने की दिशा में एक संसद को एक क़ानून बनाना चाहिए।

उन्होंने कहा है कि आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने की दिशा में एक संसद को एक क़ानून बनाना चाहिए।

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Deepak Kumar
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आरक्षण सीमा को 50% से बढ़ाकर 75% करने को लेकर संसद में बने कानून: रामदास अठावले

रामदास अठावले, केंद्रीय मंत्री

केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने मराठा आरक्षण की मांग का समर्थन किया है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा है कि आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने की दिशा में संसद को एक क़ानून बनाना चाहिए।

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बता दें कि मराठा क्रांति मोर्चा पूरे महाराष्ट्र में आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इतना ही नहीं मंगलवार को औरंगाबाद में मराठा आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया था।

केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया रामदास अठावले ने आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा, 'मैं मराठा आरक्षण का समर्थन करता हूं। मैं प्रदर्शनकारियों से अपील करता हूं कि वो शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करें। हमें संसद में एक क़ानून बनाना चाहिए जिसमें आरक्षण को 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर देना चाहिए। हम सरकार के सामने भी यह मुद्दा उठाएंगे।'

बता दें कि अब तक इस मामले में दो लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार सुबह जगन्नाथ सोनावने नाम के एक प्रदर्शनकारी की अस्पताल में मौत हो गई। सोनावने ने मंगलावर को औरंगाबाद में प्रदर्शन के दौरान ज़हर खा लिया था। 

वहीं सोमवार को एक आदमी ने मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग करते हुए गोदावरी नदी में छलांग लगा दी, और वह डूब गया। पुलिस के अनुसार, युवक की पहचान जिले के कानद गांव के काकासाहेब दत्तात्रेय शिंदे (28) के रूप में हुई है। 

सोमवार शाम शिंदे के परिजनों ने उसका शव लेने से इंकार कर दिया और कई संगठनों ने फडणवीस के इस्तीफे की मांग करते हुए काईगांव (औरंगाबाद), कोल्हापुर में इचलकरंजी में सड़क मार्ग अवरुद्ध कर दिए और ठाणे में फडणवीस के पुतले पर टमाटर फेंके।

कई मराठा संगठनों ने नौ अगस्त को अगस्त क्रांति मनाते हुए महाराष्ट्र बंद की घोषणा की है।

महाराष्ट्र में मराठाओं को आरक्षण देने की मांग को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन बुधवार को भी जारी है। बता दें कि मंगलवार को विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया, जिसकी चपेट में आकर एक पुलिसकर्मी और चार अन्य लोग घायल हो गए।

इसके अलावा चार लोगों ने आत्महत्या की कोशिश की, एक दर्जन से ज्यादा वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया या जला दिया गया और एक सांसद और विधानसभा पार्षद के साथ धक्का-मुक्की की गई। बुधवार को भी कई इलाकों में बसों में तोड़-फोड़ की गई है साथ ही कई जगह रेल यातायात को भी बाधित करने का मामला सामने आया है।

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Source : News Nation Bureau

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