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मनसुख मंडाविया G 20 के हेल्थ मिनिस्टर्स की बैठक में हुए शामिल, कोरोना पर मंथन

इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री मार्सेलो क्विरोगा से मुलाकात की.

Updated on: 05 Sep 2021, 11:30 PM

highlights

  • इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री मार्सेलो क्विरोगा से मुलाकात की
  • स्वास्थ्य मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुए सम्मेलन को संबोधित किया
  • कोवि़ड-19 के दौर  में यह सम्मेलन बहुत महत्वपूर्ण

 

नई दिल्ली:

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने "लोग, ग्रह और समृद्धि" विषय के साथ इतालवी प्रेसीडेंसी द्वारा आयोजित जी -20 स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक 2021 में भाग लिया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट किया कि कोविड महामारी के वैश्विक स्वास्थ्य प्रभाव की निगरानी के लिए भारत की प्रतिक्रिया साझा की. इसके परिणामों के विस्तृत मूल्यांकन के साथ एसडीजी को लागू करने पर जोर दिया. इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री मार्सेलो क्विरोगा से मुलाकात की. उन्‍होंने ट्वीट कर बताया कि स्वास्थ्य सेवा में बेहतर सहयोग के लिए ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री मार्सेलो क्विरोगा के साथ उत्कृष्ट चर्चा हुई. हमने बेहतर परिणामों के लिए वन हेल्थ और नैनो यूरिया की शुरुआत के बारे में बात की. साथ ही, ब्राजील को टीबी के खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए भारत के पूर्ण समर्थन की पेशकश की.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया रविवार को चार दिवसीय दौरे पर इटली की राजधानी रोम के लिए रवाना हुए और 7 सितंबर तक रोम में रहेंगे. वो यहां G20 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की एक बैठक में भी शामिल होंगे. स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय ने इस बात की जानकारी दी है. दुनिया भर में कोरोना महामारी के दोबारा बढ़ते हुए मामलों और संभावित तीसरी लहर के बीच G20 बैठक की ये बैठक बेहद अहम है.  

ब्रिक्स सम्मेलन में पवार ने किया भारत का प्रतिनिधित्व 

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने ब्रिक्स मंत्रिमंडलीय सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने सभी स्तरों पर डिजिटल हेल्थ टेक्नोलॉजी को पूरी तरह से अपनाने की दिशा में भारत की प्राथमिकताओं पर पैनल को संबोधित किया था. वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुए सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने सभी स्तरों पर डिजिटल हेल्थ टेक्नोलॉजी को पूरी तरह अंगीकार करने की भारत की प्राथमिकताओं और ब्रिक्स देशों के बीच मानक पाठ्यक्रम के माध्यम से सक्षम स्वास्थ्य सूचना विज्ञान पेशेवरों के कैडर निर्माण संबंधी इस संगठन की रणनीति के बारे में अपनी बात रखी.

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केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री पवार ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 की दो लहरों ने भारत के सामने विशिष्ट चुनौती पेश की जिसके लिए प्रभावी और क्षेत्रीय जरूरतों के प्रति संवेदनशील मानवीय केंद्रीकृत जवाबी कार्रवाई की आवश्यकता पड़ी और ‘डिजिटल स्वास्थ्य’ का इस महामारी के प्रबंधन के लिए कुशल उपयोग किया गया.

पवार ने माना कि ‘डिजिटल हेल्थ’ कोविड-19 महामारी में प्राथमिकता बन गया है. वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कोविड की दो लहरों ने भारत के सामने कई चुनौतियां पेश कीं, जिसके लिए प्रभावी एवं क्षेत्रीय जरूरतों के प्रति संवेदनशील मानवीय केंद्रीकृत जवाबी कार्रवाई की आवश्यकता पड़ी. डिजिटल स्वास्थ्य का इस महामारी के प्रबंधन के लिए कुशल उपयोग किया गया और इससे हम अपनी कार्रवाई को मजबूत करने के लिए और वैज्ञानिक एवं आंकड़ा आधारित पहल अपना सके.’