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मनोहर पर्रिकर के बयान से लगी थी पाकिस्‍तान को 'आंध्रा' वाली मिर्ची

रक्षा मंत्रालय में उन्होंने तेज और प्रभावी फैसले लिए. बतौर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आतंकवाद पर सख्त कदम उठाने की पैरवी की.

Updated on: 18 Mar 2019, 12:09 PM

नई दिल्‍ली:

पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का पणजी में सोमवार अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनके निधन पर देश और गोवा गम में डूबा है. समर्थकों ही नहीं उनके रानीतिक विरोधियों के भी आंखों में आंसू हैं. नवंबर 2014 में मनोहर पर्रिकर जब गोवा से दिल्ली आए तो पीएम ने उन्हें देश का रक्षा मंत्री बनाया. रक्षा मंत्रालय में उन्होंने तेज और प्रभावी फैसले लिए. बतौर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आतंकवाद पर सख्त कदम उठाने की पैरवी की.

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एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि देश पर आने वाले किसी भी खतरे से निपटने के लिए वह अधिक सक्रिय होकर कदम उठाएंगे. आतंकवाद के खात्मे पर एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि जैसे कांटा से कांटा निकाला जा सकता है, उसी तरह आतंकियों का खात्मा आतंकियों के जरिए ही किया जा सकता है. पर्रिकर ने कहा था कि यदि कोई देश भारत के खिलाफ साजिश रचता है, तो वे प्रोएक्टिव होकर ऐसे तत्वों से निपटना चाहेंगे. इस मामले में उनकी रणनीति क्या होगी, इसकी चर्चा सार्वजनिक रूप से नहीं की जा सकती है, लेकिन उन्हें जो करना होगा वो करेंगे.

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मई 2015 में पर्र‌िकर ने कहा था, "खतरे से निपटने के लिए राजनयिक कदम उठाने की जरूरत होगी या दबाव की रणनीति बनाने की आवश्यकता होगी...या वो बोलते हैं न मराठी में कांटे से कांटा निकालते हैं. आतंकवाद के खात्‍मे के लिए आतंकवाद का इस्तेमाल किया जाएगा."

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मनोहर पर्रिकर के इस बयान पर पाकिस्तान तिलमिला कर रह गया था. पाकिस्तान आर्मी के तत्कालीन प्रमुख जनरल राहिल शरीफ ने कहा था कि पाक का बुरा चाहने वाले लोग देश को अस्थिर करने के लिए आतंक का समर्थन कर रहे हैं. राहिल शरीफ ने तब यह भी कहा था कि कश्मीर विभाजन का अधूरा एजेंडा है.

मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री को पता होता था कि दुश्मन की किस चोट पर कैसे प्रहार करना है. जब राहिल शरीफ ने कश्मीर को विभाजन का अधूरा एजेंडा बताया तो भारत में पत्रकारों ने तत्कालीन पाक आर्मी चीफ के इस बयान पर मनोहर पर्रिकर से प्रतिक्रिया मांगी. पत्रकारों ने उनसे पूछा, "लगता है कि आपके एक बयान से पाकिस्तान को बहुत मिर्ची लगी है." इस पर पर्रिकर ने कहा कि वह पाकिस्तान के बयानों का जवाब नहीं देना चाहते हैं, आखिर में उन्होंने जोड़ा, "पर मिर्ची तो आंध्र वाली लगी है." 2016 में उरी पर हमले के बाद पर्रिकर के रक्षा मंत्री रहते हुए ही भारत की सेना PoK में दाखिल हुई और आतंकियों का खात्मा किया और उनके लॉन्च पैड को नष्ट किया.