जम्मू कश्मीर दौरे पर पहुंचे रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि अब भी करीब एक लाख सैनिकों को OROP का फायदा नहीं मिल रहा है। कुछ तकनीकि खामियां हैं और सरकार जल्द ही इसे दूर कर लेगी और तमाम पेपरवर्क भी पूरे कर लिए जाएंगे। रक्षा मंत्री का ये बयान तब आया है जब हरियाणा के पूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल की खुदकुशी का मामला गर्माया हुआ है और सियासत चरम पर है।
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रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कश्मीर के लोगों से शांति की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के शांति प्रिय लोगों के देश के विकास में भागीदारी निभानी चाहिए। हाल में घाटी के स्कूलों को आग लगाए जाने की घटनाओं पर पर्रिकर ने कहा, 'नौजवानों की शिक्षा बहुत जरूरी है। इसलिए मैं स्कूलों को आग के हवाले करने वालों से अपील करता हूं कि देश के विकास में भागीदार बनें।'
इस दौरे के तहत पर्रिकर को उरी भी जाना है। उरी अटैक और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बाद पहली बार रक्षा मंत्री उरी सैन्य बेस पर जाएंगे। पर्रिकर के साथ आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह सुहाग भी मौजूद रहेंगे। रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख पाकिस्तान की तरफ से जारी सीजफायर को लेकर बॉर्डर इलाके में सुरक्षा के हालातों का जायजा भी लेंगे।
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रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख नियंत्रण रेखा पर बनी कई चौकियों का निरीक्षण भी करेंगे। इस दौरान वह वरिष्ठ कमांडरों के साथ आर्मी की तैयारियों का जायजा लेंगे। इससे पहले मंगलवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री पर्रिकर ने भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बिगड़ते हालात की समीक्षा की थी। इस दौरान एनएसए डोभाल भी मौजूद थे। मंगलवार को ही सीमा पर से जारी गोलीबारी में आठ नागरिक मारे गए थे और 22 लोग घायल हो गए थे। भारतीय सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के दो सैनिक भी मारे गए हैं।
Source : News Nation Bureau