मनोहर पर्रिकर दो साल तीन महीने तक रक्षामंत्री का पद भार संभालने के बाद गोवा की राजनीती में वापस लौट रहे हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने गोवा में राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा भी पेश किया है।
अब वह 14 मार्च को शाम पांच बजे एक बार फिर गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। हालंकि इसमें फिलहाल क़ानूनी अड़चन दिखाई दे रही है। कांग्रेस ने गोवा की राज्यपाल द्वारा मनोहर पर्रिकर को मुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने के फैसले को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है।
40 विधानसभा सीटों वाले गोवा प्रदेश में इस चुनाव में कांग्रेस को सबसे ज्यादा 17 सीटें मिली थी जबकि बीजेपी का सिर्फ 13 सीटों पर जीत मिली थी।
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मनोहर पर्रिकर ने बतौर रक्षामंत्री कुछ महत्वपूर्ण काम किये हैं।
आइए एक नज़र डालते हैं उनकी कुछ ऐसी ही महत्वपूर्ण उपल्बधियों पर।
- पाकिस्तन पर सर्जिकल स्ट्राइक करने का फ़ैसला उनके कार्यकाल का सबसे ऐतिहासिक फ़ैसला रहा है। उरी में आतंकी हमले के बाद जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए अक्टूबर 2016 में भारत ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया। इस सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भारतीय सेना के जाबांजों ने पाकिस्तान के कई आतंकी कैंप को ध्वस्त किए और कई आतंकी मार गिराए।
- भारतीय जवानों ने खुफिया विभाग की रिपोर्ट के आधार पर मणिपुर में आतंकियों के खिलाफ म्यांमार की सरहद पर सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया था। इसके लिए पर्रिकर खुद ही पूरे ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे और आर्मी प्रमुख को जमीनी हालात का जायज़ा लेने भेजा था। बता दें कि यहां पर आतंकियों ने सेना के एक काफिले पर हमला किया था जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद भारतीय सेना ने बदले की कार्रवाई करते हुए म्यांमार बॉर्डर के अंदर घुसकर उग्रवादियों को मार गिराया था।
- रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने राफेल फाइटर प्लेन के सौदे को हरी झंडी दी। ये मसौदा काफी समय से अटका हुआ था। सितंबर 2016 में भारत और फ्रांस के बीच इस सौदे पर हस्ताक्षर हुआ। इस सौदे के अनुसार भारत फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीदेगा। यह सौदा करीब 59 हजार करोड़ रूपये में तय किया गया।
Source : Deepak Singh Svaroci