logo-image

मन की बात: पीएम मोदी ने लाल किले पर हुए तिरंगे के अपमान पर जताया दुख, पढ़ें 10 बड़ी बातें

पीएम मोदी ने कहा, ''दिल्ली में, 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देखकर देश बहुत दुखी हुआ है.''

Updated on: 31 Jan 2021, 12:37 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रेडियो पर 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए राष्ट्र को संबोधित किया. नए साल यानी 2021 में प्रधानमंत्री के 'मन की बात' कार्यक्रम का यह पहला संस्करण था. आज के कार्यक्रम में पीएम मोदी ने गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल किले में हुई घटना की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 26 जनवरी को तिरंगे के साथ हुए अपमान से देश बहुत दुखी है. इसके साथ ही उन्होंने कोरोना वैक्सीन का भी जिक्र किया. इसके अलावा पीएम मोदी ने अपने संबोधन में और भी कई अहम बातें कहीं, आइए जानते हैं-

1. पीएम मोदी ने गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा पर दुख जताया. उन्होंने कहा, ''दिल्ली में, 26 जनवरी को तिरंगे का अपमान देखकर देश बहुत दुखी हुआ है. हमें आने वाले समय को नई आशा और नवीनता से भरना है. हमने पिछले साल असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया. इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है.''

2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाले टीम इंडिया की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, ''इस महीने क्रिकेट की पिच से बहुत अच्छी खबर मिली. हमारी क्रिकेट टीम ने शुरुआती दिक्कतों के बाद शानदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीती. हमारे खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत और टीमवर्क प्रेरित करने वाला है.''

ये भी पढ़ें- कांग्रेस तो बैंड-बाजा पार्टी, ओवैसी का बीजेपी की बी टीम तमगे पर ममता पर वार

3. मन की बात में पीएम मोदी ने कोरोना वायरल महामारी को मिटाने के लिए बनाई गई देसी वैक्सीन के बारे में भी चर्चा की. पीएम ने कहा, ''Made-in-India Vaccine’ भारत की आत्मनिर्भरता का तो प्रतीक है ही, इसके साथ ही ये भारत के आत्मगौरव का भी प्रतीक है. संकट के समय में भारत, दुनिया की सेवा इसलिए कर पा रहा है, क्योंकि भारत आज दवाओं और Vaccine को लेकर सक्षम है, आत्मनिर्भर है. यही सोच आत्मनिर्भर भारत अभियान की भी है.''

4. भारत द्वारा चलाए जा रहे विश्व के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान को लेकर पीएम ने कहा, ''इस साल की शुरुआत के साथ ही कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई को भी करीब-करीब एक साल पूरा हो गया है. जैसे कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई एक उदाहरण बनी है, वैसे ही अब हमारा Vaccination Programme भी दुनिया में एक मिसाल बन रहा है. आप जानते हैं, और भी ज्यादा गर्व की बात क्या है? हम सबसे बड़े Vaccine Programme के साथ ही दुनिया में सबसे तेज गति से अपने नागरिकों का Vaccination भी कर रहे हैं.''

ये भी पढ़ें- 'विवादित' फैसला सुनाने वाली जस्टिस पुष्पा वीरेंद्र का प्रमोशन रुका

5. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आजादी में जान न्योछावर करने वाले सपूतों को याद किया. उन्होंने कहा, ''भारत के हर हिस्से, शहर, कस्बे और गांव में आजादी की लड़ाई पूरी ताकत के साथ लड़ी गई थी. भारत के हर कोने में ऐसे महान सपूतों और वीरांगनाओं ने जन्म लिया, जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया. इस साल से भारत अपनी आजादी के 75 वर्ष का समारोह, अमृत महोत्सव शुरू करने जा रहा है. ऐसे में यह हमारे उन महानायकों से जुड़ी स्थानीय जगहों का पता लगाने का बेहतरीन समय है, जिनकी वजह से हमें आजादी मिली.''

6. पीएम मोदी ने देश के युवाओं को स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में लिखने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा, ''युवा लेखकों के लिए India Seventy Five के निमित्त एक कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है. इससे सभी राज्यों और भाषाओं के युवा लेखकों को प्रोत्साहन मिलेगा. मैं सभी देशवासियों को और खासकर के अपने युवा साथियों को आह्वान करता हूं कि वो देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में लिखें. अपने इलाके में स्वतंत्रता संग्राम के दौर की वीरता की गाथाओं के बारे में किताबें लिखें.''

7. पीएम मोदी ने किसानों और कृषि को लेकर कहा, ''खेती को आधुनिक बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और अनेक कदम उठा भी रही है. सरकार के प्रयास आगे भी जारी रहेंगे.''

ये भी पढ़ें- दिल्ली धमाके में हो सकता है ISIS और अलकायदा का हाथ, जांच में मिले अहम सबूत

8. पीएम ने देशवासियों से पर्यावरण की रक्षा करने की अपील की. उन्होंने कहा, ''पर्यावरण की रक्षा से कैसे आमदनी के रास्ते भी खुलते हैं, इसका एक उदाहरण अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भी देखने को मिला. इस पहाड़ी इलाके में सदियों से ‘मोन शुगु’ नाम का एक पेपर बनाया जाता है. इसके लिए पेड़ों को नहीं काटना पड़ता है.''

9. पीएम मोदी ने मन की बात में बुंदेलखंड ‘Strawberry Festival’ के बारे में कहा, ''पिछले दिनों झांसी में एक महीने तक चलने वाला ‘Strawberry Festival’ शुरू हुआ. हर किसी को आश्चर्य होता है- Strawberry और बुंदेलखंड, लेकिन यही सच्चाई है. अब बुंदेलखंड में Strawberry की खेती को लेकर उत्साह बढ़ रहा है और झांसी की बेटी गुरलीन चावला ने इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई है. Law की छात्रा गुरलीन ने पहले अपने घर पर और फिर अपने खेत में Strawberry की खेती का सफल प्रयोग कर ये विश्वास जगाया है कि झांसी में भी ये हो सकता है.''

10. ''कुछ ही दिन पहले मैंने एक वीडियो देखा. वह वीडियो पश्चिम बंगाल के वेस्ट मिदनापुर स्थित ‘नया पिंगला’ गांव के एक चित्रकार सरमुद्दीन का था. वो प्रसन्नता व्यक्त कर रहे थे कि रामायण पर बनाई उनकी Painting दो लाख रुपये में बिकी है. इससे उनके गांववालों को भी काफी खुशी मिली है.''