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किरेन रिजीजू
मणिपुर में नागा विद्रोहियों द्वारा 1 नवंबर से जारी आर्थिक नाकेबंदी के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। आर्थिक नाकेबंदी से पैदा हुए हालात का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू शुक्रवार को मणिपुर के दौरे पर हैं।
मणिपुर में जारी हिंसक प्रदर्शन पर किरन रिजिजू का कहना है कि राज्य की स्थिति को समान्य बनाये रखना यह राज्य सरकार का ही संवैधानिक कर्तव्य होता है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजीजू मणिपुर ने आर्थिक नाकेबंदी के हो रही समस्याओं को देखते हुए मणिपुर जाने का फैसला किया।
मणिपुर के हालात पर किरन रिजीजू ने कहा 'आर्थिक नाकाबंदी से पैदा हुए हालातों का जायजा लेने के लिए मैं सीनियर अधिकारियों के साथ मणिपुर जा रहा हूं।'
I am going to Manipur along with my senior officers to take stock of situation caused due to the economic blockade: Kiren Rijiju, MoS Home pic.twitter.com/rFd9lo3oAw
— ANI (@ANI_news) December 23, 2016
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साथ ही गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू ने कहा, 'राज्य की स्थिति को समान्य बनाये रखना यह राज्य सरकार का संवैधानिक कर्तव्य है और उनको यह सुनिश्चित करना चाहिए राजमार्ग के साथ कोई नाकाबंदी नहीं है।'
रविवार को भेजी गई पैरामिलिट्री फोर्स
बीतें 53 दिनों से मणिपुर में यूनाइटेड नागा काउंसिल की ओर से आर्थिक नाकेबंदी की गई है। पिछले स्थानीय लोगों द्वारा नागा विद्रोहियों द्वारा की गई आर्थिक नाकेबंदी और हमलों का विरोध प्रदर्शन किया गया। रविवार को विरोध प्रदर्शन काफी हिंसक हो गया था, जिसमें कम से 22 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था।
मणिपुर में हो रही इस हिंसा को काबू में करने के लिए केन्द्र सरकार ने 4000 पैरामिलिट्री जवानों को भी मणिपुर भेजा। सुरक्षा बलों को मणिपुर वहां की खराब होती स्थिति को देखते हुए भेजा गया।
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राजनाथ सिंह ने लगाई राज्य सरकार को फटकार
मणिपुर में बेकाबू हिंसा से चिंतित गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य की इबोबी सिंह सरकार को फटकार लगाई है। गृह मंत्री के अनुसार, केंद्र के बार-बार अनुरोध के बावजूद राज्य सरकार सूबे को जोड़ने वाले राजमार्ग-2 की लंबी नाकेबंदी को खुलवाने और यातायात व्यवस्था को ठीक करने में विफल रही।
मणिपुर में जारी आर्थिक नाकेबंदी की वजह से आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। सबसे ज्यादा असर मेडिकल सुविधाओं पर पड़ा है। यहां इमरजेंसी सेवाएं ठप हो चुकी हैं। अस्पतालों में ऑक्सीज़न के सिलेंडर और जीवन रक्षक दवाइयों की कमी है, जिससे मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
HIGHLIGHTS
- एक नवंबर को नागा संगठनों ने आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा की
- विरोध प्रदर्शन हिंसक रूप लेने के इंफाल के कई हिस्सों में कर्फ्यू जारी
- हिंसक प्रदर्शन के बाद 4000 पैरामिलिट्री जवानों को भेजा गया मणिपुरी
Source : News Nation Bureau