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मेनका गांधी ने जे.पी. नड्डा को लिखा खत, बेवजह सिजेरियन ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों का नाम बताकर किया जाए शर्मिंदा

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने स्वास्थ्य मंत्रालय से कहा है कि वो अस्पतालों के लिए अपने यहां हुई नॉर्मल और सीजेरियन डिलीवरी की संख्या सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करें।

Updated on: 22 Feb 2017, 11:40 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने स्वास्थ्य मंत्रालय से कहा है कि वो अस्पतालों के लिए अपने यहां हुई नॉर्मल और सीजेरियन डिलीवरी की संख्या सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करें। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने बुधवार को कहा कि बगैर किसी ठोस मेडिकल वजह के सिजेरियन ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों के नाम जारी कर उन्हें शर्मिंदा करना चाहिए।

मेनका ने इस मुद्दे पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा को भी चिट्ठी लिखी है। बता दें कि अस्पतालों में सिजेरियनऑपरेशन की संख्या में वृद्धि देखी गई है। डॉक्टर्स पर ऐसे आरोप लगते आए हैं कि वे पैसा कमाने के लिए जानबूझकर सिजेरियनऑपरेशन की सलाह देते हैं।

मेनका ने नड्डा को लिखी एक चिट्ठी में कहा, 'इस समस्या से निपटने के लिए हमें शायद कई तरीकों की जरूरत होगी। एक तो यह हो सकता है कि नर्सिंग होम और अस्पताल से कहा जाए कि वे हर महीने किए गए सी-सेक्शन डिलीवरी और सामान्य डिलीवरी की संख्या सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शित करें।

मेनका ने नड्डा से अनुरोध किया है कि वह अस्पतालों के लिए यह अनिवार्य बनाएं कि वे सिजेरियनऑपरेशन यानी सी-सेक्शन के जरिए पैदा होने वाले बच्चों के जन्मदर की जानकारी दें। प्राकृतिक तरीके से बच्चे पैदा होने देने की बजाय सर्जरी से बच्चे पैदा करने की तरफ महिलाओं को धकेल कर लाभ कमाने वाले अस्पतालों और डॉक्टरों के खिलाफ 'चेंज डॉट ओआरजी' की एक अर्जी के जवाब में मेनका ने यह बात कही । इस अर्जी पर अब तक 1.3 लाख लोग दस्तखत कर चुके हैं।

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चिट्ठी के मुताबिक, 'हम ऐसे स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों का नाम लेकर उन्हें शर्मिंदा करना चाहेंगे जो बगैर किसी ठोस कारण के सिर्फ धन के लिए सिजेरियनडिलीवरी कराते हैं। मैं चाहूंगी कि भारत की सभी महिलाएं एक साथ आएं और विरोध करना शुरू करें क्योंकि किसी महिला के लिए सिजेरियनबहुत तकलीफदेह होता है और यह प्राकृतिक डिलीवरी को गैर-जरुरी ऑपरेशन में बदल देता है ।'

'चेंज डॉट ओआरजी' पर याचिका शुरू करने वाली सुभर्णा घोष ने कहा कि यदि अस्पताल अनिवार्य तौर पर सिजेरियनऑपरेशनों की दर प्रदर्शित करें तो इससे महिलाओं को सूचना से लैस विकल्प अपनाने में मदद मिलेगी।

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