एक युवक ने सपा की जीत पर सट्टा लगाने के चलते अपनी मोटरसाइकिल गवां दी थी, लेकिन बाद में उसे एक नई बाइक मिल गई।
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के अवधेश कुशवाहा ने छह फरवरी को अपने पड़ोसी बिलाता सैनी से शर्त रखी थी कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी।
बिलाता को विश्वास था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा को फिर से जीत दिलाएंगे।
अवधेश ने कहा कि अगर सपा विजयी नहीं हुई तो वह अपनी मोटरसाइकिल बिलाता को दे देंगे, जबकि बिलाता ने घोषणा करते हुए कहा था कि अगर भाजपा हार गई तो वह अपना तिपहिया वाहन अवधेश को सौंप देंगे।
दोनों ने 100 रुपये का स्टांप पेपर लिया था, जिसमें दांव के विवरण का उल्लेख था, जिस पर छह गवाहों ने भी हस्ताक्षर किए थे।
10 मार्च को, परिणामों की घोषणा की गई और अपनी प्रतिबद्धता पर खरा उतरते हुए अवधेश ने अपनी मोटरसाइकिल बिलाता को सौंप दी।
अगले दिन, यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जब एक स्थानीय निवासी ने एक छोटे से कैप्शन के साथ स्टाम्प पेपर की एक तस्वीर अपलोड की, जिसमें अवधेश ने अपना दांव और अपनी आजीविका का एकमात्र स्रोत खो दिया था।
इसकी जानकारी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव तक पहुंची तो बांदा में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के माध्यम से उन्होंने अपने नेताओं से अवधेश को लखनऊ लाने को कहा।
अखिलेश ने सोमवार को लखनऊ में पार्टी कार्यालय में अवधेश से मुलाकात की और समाजवादी पार्टी में विश्वास जताने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
इसके बाद अखिलेश ने उन्हें 1 लाख रुपये का चेक दिया और कहा कि भविष्य में सट्टेबाजी में लिप्त न हों।
पेशे से एक विक्रेता, अवधेश अपनी मोटरसाइकिल पर प्लास्टिक के सामान के साथ-साथ फोन चार्जर, चाजिर्ंग केबल और सोलर टॉर्च जैसे छोटे इलेक्ट्रॉनिक सामान बेचता है।
उनके पड़ोसी बिलाता सैनी के पास एक टेंपो है जिसे वह दैनिक खचरें को पूरा करने के लिए खुद ड्राइव करते हैं।
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Source : IANS