सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी असम हवाईअड्डे पर गुरुवार को पार्टी प्रतिनिधियों के साथ 'दुर्व्यवहार और उत्पीड़न' के विरोध में अगले दो दिन शनिवार और रविवार को काला दिवस मनाएगी। शुक्रवार सुबह शहर वापस लौटे प्रतिनिधिमंडल ने दावा किया कि उनके साथ 'घुसपैठियों' जैसा व्यवहार किया गया।
असम के चाचार जिले में धारा 144 लागू होने के आधार पर प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को सिलचर के कुम्भिरग्राम हवाईअड्ड्रे पर एक कमरे में रखा गया। प्रतिनिधिमंडल में छह सांसद, पश्चिम बंगाल के एक मंत्री और एक विधायक शामिल थे।
पार्टी के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, 'हम घटना की निंदा करते हैं। हमारा प्रतिनिधमंडल आम जनता से मुलाकात करने गया था। लेकिन उन्हें न केवल हिरासत में रखा गया, बल्कि उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया गया। हम राज्य के जिले और ब्लॉकों में शनिवार और रविवार को काला दिवस मनाएंगे।'
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नागरिक पंजिका (एनआरसी) की सूची में 40 लाख लोगों के नाम को बाहर रखना 'राजनीति से प्रेरित' है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर राय ने कहा, 'उनलोगों ने हमारे साथ धक्का-मुक्की की और प्रतिनिधिमंडल में शामिल हमारी महिला सदस्य के साथ दुव्यर्वहार किया गया।'
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प्रतिनिधिमंडल में शामिल महिला सदस्य और सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने आरोप लगाते हुए कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने कहा, 'हमें आश्चर्य है कि क्या देश में कानून का शासन है। ऐसा लगता है कि देश में अघोषित आपातकाल लग गया है।'
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इससे पहले शुक्रवार को लोक सभा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसदों ने सिलचर हवाईअड्डे पर रोके जाने के मुद्दे पर शुक्रवार को सदन में हंगामा किया, जिससे लोकसभा की कार्यवाही बाधित हुई थी।
Source : IANS