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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी( Photo Credit : फाइल फोटो)
वोटों के लालच में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बेहद विवादास्पद बयान दिया है. उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मामले में UN जैसी किसी संस्था की निगरानी में लोगों की राय लेने की वकालत की है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी पक्ष हारे उसे पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. ममता बनर्जी ने इस मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिश की है. बीजेपी ने ममता बनर्जी के इस बयान की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है.
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee in Kolkata: Let there be an impartial organisation like United Nations or National Human Rights Commission hold a referendum to see how many people are in favour or against #CitizenshipAmendmentAct. https://t.co/fckJBWIdzh
— ANI (@ANI) December 19, 2019
नागरिकता संशोधन कानून का शुरू से विरोध कर रही ममता बनर्जी ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने मांग की है कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरकी पर यूनाइटेड नेशन की निगरानी कमेटी से लोगों की राय लेने की मांग की है. अब तक देश के अंदरूनी इस मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिश की गई है. इस मामले को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. विपक्षी दल प्रदर्शनों को आधार बनाकर सरकार पर हमलावर हैं.
कश्मीर मसले पर भी हुई थी जनमत संग्रह की मांग
इससे पहले कुछ दलों ने कश्मीर मसले पर जनमत संग्रह की मांग की थी. आम आदमी पार्टी के नेता रहे भूषण भूषण ने कश्मीर मामले पर जनमत संग्रह की पुरजोर वकालत की थी. इस मामले को लेकर सरकार ने सिरे से नकार दिया था. कश्मीर का मुद्दा भी कई बार विदेशी मंचों पर उठाने की कोशिश की जा चुकी है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो