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ममता बनर्जी पहुंचीं दिल्ली, मिशन 2024 के लिए विपक्षी दलों को करेंगी एकजुट

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए को केंद्र की सत्ता से उखाड़ फेंकने और विरोधी दलों को एकजुट करेंगी.

Updated on: 26 Jul 2021, 11:18 PM

नई दिल्ली :

अप्रैल और मई में हुए बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद सोमवार की रात को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली के पांच दिवसीय दौरे के लिए पहुंचीं हैं. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए को केंद्र की सत्ता से उखाड़ फेंकने और विरोधी दलों को एकजुट करेंगी. आपको बता दें बंगाल फतह करने व पांच मई को लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के ममता बनर्जी का यह पहला दिल्ली दौरा है.

मुख्यमंत्री ने अगले चार दिनों के लिए राष्ट्रीय राजधानी में अपने व्यस्त कार्यक्रम के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा, लेकिन सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) के सूत्रों ने संकेत दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के अलावा, बनर्जी के विपक्षी नेताओं के साथ कई बैठकें करने की संभावना है. बनर्जी अपराह्न् 3.35 बजे दिल्ली के लिए रवाना हुईं. वह 28 जुलाई को मोदी से मुलाकात करेंगी और अपने प्रवास के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मिलने की संभावना है. राज्य सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, डीजीपी की नियुक्ति, यास के बाद की वित्तीय सहायता और राज्य के लिए टीकों की आपूर्ति को नियमित करने जैसे कई मुद्दे हैं, जो केंद्र-स्तर पर उठाए जाने वाले हैं. विवादास्पद कलाईकुंडा घटना के बाद यह प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की पहली मुलाकात होगी.

बनर्जी के 28 जुलाई को दोपहर तीन बजे संभवत: अपने भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद एवं महासचिव अभिषेक बनर्जी के दिल्ली स्थित घर में विपक्षी नेताओं के लिए चाय की मेजबानी करने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री ने 21 जुलाई के शहीद दिवस भाषण पर एकता की अपील जारी की थी, जिसकी दिल्ली में भी स्क्रीनिंग की गई थी और इसमें कांग्रेस के पी. चिदंबरम और राकांपा प्रमुख शरद पवार सहित शीर्ष नेताओं ने भाग लिया था. अतिथि सूची अब अटकलों का विषय है, लेकिन उम्मीद है कि यह कांग्रेस से लेकर द्रमुक, टीआरएस से लेकर राजद और अकाली दल से लेकर आम आदमी पार्टी (आप) तक हो सकती है.

21 जुलाई को देश में पहले ही बड़ी संख्या में विपक्षी नेताओं की उपस्थिति देखी जा चुकी है और यह विश्वास करने की पर्याप्त गुंजाइश है कि उनमें से अधिकांश मुख्यमंत्री द्वारा दी जाने वाली चाय-पार्टी में मौजूद होंगे. जो नेता बनर्जी के साथ थे, उनमें चिदंबरम और पवार के अलावा, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, राकांपा की सुप्रिया सुले, द्रमुक से तिरुचि शिवा, टीआरएस के केशव राव और राजद के मनोज झा जैसे बड़े नाम हैं. शिवसेना की प्रियंका चतुवेर्दी, समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव और जया बच्चन, आप के संजय सिंह और अकाली दल के बलविंदर सिंह भी मौजूद थे. हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मुख्यमंत्री की मुलाकात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पार्टी के सूत्रों ने संकेत दिया कि बनर्जी की सोनिया गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की संभावना है. मुख्यमंत्री के दिल्ली प्रवास के दौरान संसद में जाने की भी संभावना है.